PM मोदी यूहीं अमेरिका नहीं गए, कई ऐसे विषयों पर राष्ट्रपति ट्रम्प से चर्चा हुई जिससे पाकिस्तान और चीन को लगी है मिर्ची ,आइये जाने
Go Back |
Yugvarta
, Feb 14, 2025 07:33 PM 0 Comments
0 times
0
times
DELHI :
पीएम मोदी अपनी दो दिवसीय अमेरिकी यात्रा से भारत लौट रहे हैं. इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने न सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर कई बड़े समझौते किए बल्कि कई ऐसे विषयों पर भी बात की, जिसे पाक और चीन को मिर्ची लगेगी.
बीते 24 घंटों में ही भारत ने अपनी कूटनीति दिखाते हुए अमेरिका के साथ व्यापार शुल्क, 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के सफल प्रत्यर्पण आदेश और एफ-35 लड़ाकू विमानों से संबंधित रक्षा सौदे पर बड़ी चर्चा की.
मोदी यूहीं अमेरिका नहीं गए थे, तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण से लेकर बड़ी डिफेंस डील तक पीएम अमेरिका से क्या खास लेकर आ रहे हैं आइए जानते हैं….
वाशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में हुई बैठक में मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ कई मुद्दों पर बात की. पीएम ने इसी के साथ दोनों देशों की मजबूत दोस्ती को और बेहतर बनाया. ट्रंप ने भी पीएम की तारीफ की और उन्हें ‘एक बेहतर नेगोशिएटर’ बताया.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने की घोषणा की, इस कदम की भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सराहना की.
अमेरिका से क्या-क्या ला रहे मोदी
भारत और अमेरिका के बीच बड़े ट्रेड रूट पर मिलकर काम करने पर सहमति बनी है. ट्रंप ने कहा कि ये दुनिया का सबसे खास ट्रेड रूट होगा. ये भारत से इजरायल, इटली और फिर अमेरिका तक चलेगा. इसमें सड़क, रेल और समुद्र के नीचे केबल बिछाई जाएंगी.
भारत ने 2008 से अब तक 20 अरब डॉलर से अधिक मूल्य के अमेरिकी रक्षा उत्पाद खरीदने पर सहमति व्यक्त की है. यही नहीं अमेरिका भारत को उन्नत एफ-35 स्टील्थ लड़ाकू विमान की भी आपूर्ति करेगा.
प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप के बीच ऊर्जा, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों और कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति बनी है. ट्रंप ने कहा कि इस साल से भारत को सैन्य बिक्री में अरबों डॉलर की वृद्धि होगी.
भारत इसी के साथ कई तेल और गैस ऊर्जा को बड़ी मात्रा में खरीद करेगी.
दोनों नेताओं में अवैध प्रवासी-खालिस्तान और बांग्लादेश हिंसा पर भी बात हुई.
पीएम ने इसी के साथ टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अन्य शीर्ष अमेरिकी अधिकारियों के साथ निर्णायक वार्ता की. संभावना है कि इस वार्ता के दौरान कई ट्रेड डील के बारे में भी बात हुई.
प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि भारत और अमेरिका 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि दोनों देशों की टीमें पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए सहयोग करेंगी.