Go Back |
Yugvarta
, May 13, 2024 10:54 PM 0 Comments
0 times
0
times
Varanasi / Banaras :
-प्रखर प्रकाश मिश्रा
काशी 13 मई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज काशी विश्वनाथ धाम में पुष्य नक्षत्र के दौरान संध्या काल में बाबा विश्वनाथ का विधिवत जलाभिषेक किया और इस विशेष पूजा अर्चना में उन्होंने अपने आराध्य शिवा की नगरी काशी विश्वनाथ में इस संध्या पूजन से देश भर में सनातन और हिंदुत्व की लहर को को और तेज कर दिया।
आपको याद दिलाते चलें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुरू से ही भगवान शंकर के पुजारी रहे हैं और उन्होंने गत वर्षो में अपनी केदारनाथ में की गई साधना से यह दुनिया को जाहिर कर दिया था इसके बाद आदि कैलाश पूजन और उज्जैन में महाकाल की पूजा इसके प्रमाण है आपको यह भी याद होगा रामेश्वरम जाकर भी उन्होंने भगवान शंकर की साधना की थी और एक बार फिर आज उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र काशी में काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक कर यह साबित कर दिया कि तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले 10 साल से लगातार देश में विरासत से विकास तक के लिए काम कर रहे हैं और इसी के तहत उन्होंने केदारनाथ का पुनर्निर्माण और बद्रीनाथ धाम का पुनर्निर्माण करने का जो बीड़ा उठाया है उसे उन्होंने बहुत हद तक पूरा किया है इसी क्रम में उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर को भी पूरा कराया इतना ही नहीं उनके ही कार्यकाल में अयोध्या में भगवान राम का मंदिर स्थापित हुआ जिसकी 500 वर्षों से दुनिया भर में राम भक्तों को प्रतीक्षा थी और यह सारे चमत्कार पिछले 10 सालों में हुए हैं विरासत से पर्यटन को बढ़ाकर कैसे रोजगार बढ़ाया जाता है इसको मोदी अच्छी तरह जानते हैं इसके अलावा मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में दक्षिण के मंदिरों में भी भगवान की पूजा अर्चना की और वह द्वारिका में समुद्र के अंदर जाकर भी पूजन करके आए जहां वह मोर का पंख राख कर आए थे तो यह बार-बार साबित होता है कि प्रधानमंत्री ईश्वर के प्रति पूरी तरह से आस्थावान है।
आज काशी विश्वनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केसरिया कुर्ते वाली पोशाक में विधिवत्त सुगंधित द्रव्यों और पूजन सामग्री से वैदिक मंत्र कर के साथ विश्वनाथ भगवान की पूजा की और सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय एवं विश्व कल्याण के साथ देश में तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनाने का आशीर्वाद मांगा अब 4 जून को जब रिजल्ट आएगा 18वीं लोकसभा में सनातन के कमल बीजेपी की जीत के साथ कितनी संख्या में खिले हैं आपको बताते चलें शंकर भगवान की पूजा में कमल से कमल पुष्प का विशेष महत्व होता है और आज की राजनीति में बीजेपी का कमल चिन्ह बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है मां लक्ष्मी भी कमल के आसन पर विराजित होती हैं और इस वक्त भारत की अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है और प्रधानमंत्री का संकल्प और गारंटी है कि वह विश्व की अर्थव्यवस्था में भारत को तीसरे नंबर पर ले आएंगे।