'रूल ऑफ लॉ' (कानून का राज) सुशासन की पहली शर्त:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
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Yugvarta
, Jul 03, 2023 10:23 PM 0 Comments
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Gorakhpur : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 'रूल ऑफ लॉ' (कानून का राज) सुशासन की पहली शर्त है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बीते छह सालों में प्रदेश को अपराधमुक्त, दंगामुक्त और अराजकतामुक्त बनाकर कानून का राज स्थापित किया है। मुख्यमंत्री योगी सोमवार शाम हाईटेक गोरखनाथ और एम्स थाने के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण कर रहे थे। गोरक्षनाथ थाने के भवन निर्माण पर 17.10 करोड़ और नवसृजित एम्स थाने के भवन निर्माण पर 5.42 करोड़ रुपये की लागत आई है।
गोरखनाथ थाना परिसर से दोनों थाना भवनों के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हर नागरिक, हर
उत्तर प्रदेश पुलिस दुनिया में सबसे बड़ा सिविल पुलिस बल है। यह कार्मिकों की कमी से जूझ रहा था। विगत छह वर्षों में हमारी सरकार ने पारदर्शी तरीके से 1.65 लाख कर्मियों की भर्ती की। इसमें 20 प्रतिशत महिला कार्मिकों की भर्ती अनिवार्य रूप से लागू किया
व्यापारी सुरक्षित होता है, तभी रूल ऑफ लॉ लागू होता है। आज उत्तर प्रदेश में सभी पर्व और त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जाते हैं। यहां अराजकता की कोई जगह नहीं है। बकरीद, रामनवमी व ईद का त्योहार कितने शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। कहीं कोई उपद्रव नहीं हुआ। कानून का राज ही आम आदमी के जीवन में परिवर्तन का माध्यम बनता है, निवेश का माहौल बनाता है। बेहतरीन सुरक्षा के माहौल से उत्तर प्रदेश को 36 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जब यह प्रस्ताव धरातल पर उतरेंगे तो एक करोड़ नौजवानों को नौकरी भी मिलेगी।
उन्होंने कहा कि छह वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस ने लोगों की धारणा बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पूर्व में जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं थी तो व्यापारी और आम नागरिकों की बात ही क्या थी। छह वर्ष पूर्व प्रदेश में अराजकता व गुंडागर्दी चरम पर थी। व्यक्ति, बालिका, व्यापारी कोई भी सुरक्षित नहीं था। पर्व और त्योहार भय व आतंक का संदेश लेकर आते थे। पिछले छह वर्षों में पुलिसिंग के क्षेत्र में हुए निरंतर कार्य से आज प्रदेश के प्रति लोगों की नकारात्मक धारणा बदल चुकी है। प्रदेश में सुरक्षा का माहौल है और इस माहौल से विकास की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस दुनिया में सबसे बड़ा सिविल पुलिस बल है। यह कार्मिकों की कमी से जूझ रहा था। विगत छह वर्षों में हमारी सरकार ने पारदर्शी तरीके से 1.65 लाख कर्मियों की भर्ती की। इसमें 20 प्रतिशत महिला कार्मिकों की भर्ती अनिवार्य रूप से लागू किया। उत्तर प्रदेश पुलिस व पीएसी का नाम अराजकता पर लगाम कसने के लिए सम्मान के साथ लिया जाता है। देश के अन्य राज्यों में चुनाव व अन्य सुरक्षा संबंधी आवश्यकताओं पर उत्तर प्रदेश पुलिस व पीएसी की मांग की जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसिंग व्यवस्था को बेहतरीन बनाने के लिए सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को तो आगे बढ़ाया ही है, पुलिस की ट्रेनिंग क्षमता को भी तीन गुना किया है। प्रदेश पुलिस के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में 18 रेंज में साइबर थानों की स्थापना हो चुकी है। जबकि, पूर्व में यह मात्र दो थी। आने वाले समय में हम हर जिले में साइबर थाना बनाएंगे। इसके साथ ही रेंज स्तर पर फॉरेंसिक लैब बनाए जा रहे हैं। इसी सत्र में प्रदेश का पहला पुलिस फॉरेंसिक इंस्टिट्यूट भी प्रारंभ कर दिया जाएगा। प्रदेश में जीआरपी थानों को मिलाकर सभी 1585 थानों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की कार्रवाई को हम तेजी से बढ़ा रहे हैं।