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Yugvarta
, Jun 24, 2025 02:22 PM 0 Comments
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Lucknow :
अब ये साबित हो गया कि ईरान न सिर्फ भारत का दोस्त है, बल्कि भारत के लिए असाधारण कदम उठाने को भी तैयार है। पीएम नरेंद्र मोदी की ये बड़ी उपलब्धि है। ये भारत के तिरंगे का कमाल है। ईरान में लगभग 6 हज़ार भारतीय नागरिक रहते हैं। इनमें से आधे के करीब छात्र हैं। इन सबको स्वदेश लाने के लिए मोदी सरकार ने ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है।
ईरान चलती जंग के बीच अपना एयरस्पेस भारत के लिए खोल दे, ये भारत की कूटनीति की ताकत का बड़ा सबूत है। युद्ध के मैदान से ये खबर किसी को भी हैरान करेगी कि ईरान ने, न सिर्फ एयरस्पेस खोला, बल्कि भारतीय छात्रों को वापस पहुंचाने के लिए अपने विमान भी दिए। ईरान की ये पहल जवाब है उन लोगों को, जो कहते थे कि मोदी की नेतन्याहू से दोस्ती की वजह से ईरान नाराज़ है।
अब ये साबित हो गया कि ईरान न सिर्फ भारत का दोस्त है, बल्कि भारत के लिए असाधारण कदम उठाने को भी तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये बड़ी उपलब्धि है। ये भारत के तिरंगे का कमाल है। आपको याद होगा, कई साल पहले जब भारतीय छात्र यूक्रेन में फंस गए थे, तो मोदी ने जेलेंस्की और पुतिन दोनों से बात करके थोड़ी देर के लिए युद्ध रुकवाया था, और भारतीय छात्रों को सेफ पैसेज दिलवाया था। मुझे याद है उस समय पाकिस्तान के बहुत से छात्र भी भारतीय तिरंगे का सहारा लेकर यूक्रेन से बाहर निकले थे।
ईरान ने अपने यहां फंसे तकरीबन एक हजार भारतीय छात्रों और नागरिकों के लिए अपना एयरस्पेस खोल दिया है। ईरान अपने माहन एयरलाइन्स के 3 विमानों के ज़रिए छात्रों को भारत पहुंचाएगा। पहला विमान शुक्रवार देर रात पहुंची, बाकी दो विमान शनिवार और रविवार को भारत पहुंची। पहली चार्टर्ड फ्लाइट उत्तरी ईरान के मशाद शहर से दिल्ली पहुंची। इन तीन फ्लाइट्स से एक हज़ार से ज्यादा भारतीय भारत लौट आए। इनमें ज़्यादातर कश्मीरी छात्र हैं, जो ईरान की उर्मिया यूनिवर्सिटी और तेहरान मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे।