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Yugvarta
, Feb 13, 2025 02:57 PM 0 Comments
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Dehradun :
देहरादून, 13 फ़रवरी: राज्य में वनाग्नि की चुनौतियों से निपटने के लिए पिछली घटनाओं से मिले अनुभवों के आधार पर नई योजनाएं बनाई जाएं। वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए जन भागीदारी सुनिश्चित की जाए और सामाजिक संगठनों, गैर सरकारी संगठनों, महिला मंगल दलों, युवक मंगल दलों और वन पंचायतों की सक्रिय भागीदारी ली जाए। वनों में आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को आईटी पार्क, देहरादून स्थित राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में वनाग्नि नियंत्रण पर आयोजित मॉक ड्रिल के दौरान अधिकारियों को दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सभी विभागों को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु को निर्देश दिए कि सभी विभागों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पत्र जारी किया जाए। वनाग्नि को रोकने के लिए शीतलाखेत मॉडल के साथ ही चाल-खाल, तलैया और अन्य प्रभावी उपायों पर कार्य किया जाए, जिसमें जलागम विभाग का भी सहयोग लिया जाए। आधुनिक तकनीक के उपयोग पर विशेष जोर दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि से राज्य को कई गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इससे वन संपदा और वन्यजीवों को भारी नुकसान होता है। उन्होंने व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने और नवाचारों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे वनाग्नि की घटनाओं को रोकने में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए आयोजित इस संयुक्त मॉक ड्रिल में 6 जिलों के 16 स्थान चिन्हित किए गए। इसमें वनाग्नि के कारण उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने, रिस्पांस टाइम कम करने और जन सहयोग बढ़ाने पर मॉक अभ्यास किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की मॉक ड्रिल से वनाग्नि की घटनाओं पर बेहतर नियंत्रण में मदद मिलेगी। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा राज्य को आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए आभार भी जताया।
इस अवसर पर राज्य सलाहकार समिति आपदा प्रबंधन विभाग के उपाध्यक्ष विनय कुमार रुहेला, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, आईजी फायर मुख्तार मोहसिन, एनडीएमए के सीनियर कंसल्टेंट आदित्य कुमार, अपर सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, अपर सचिव विनीत कुमार, अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबेदुल्लाह अंसारी और संबंधित जिलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।