» उत्तर प्रदेश
महाकुंभ में आकर्षण का केंद्र बनेगा भारद्वाज आश्रम, जहां खोजी गई विमान उड़ाने की 500 टेक्नीक
Go Back | Rupali Mukherjee , Oct 26, 2024 06:39 PM
0 Comments


0 times    0 times   

News Image Lucknow :  प्रयागराज, 26 अक्टूबर : महाकुंभ से पहले धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण योगी सरकार की प्राथमिकता में है। इसी को लेकर योगी सरकार ने भारद्वाज मुनि के आश्रम के पुनर्निर्माण के लिए 13 करोड़ रुपए का बजट रखा है। यहां 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। महाकुंभ आयोजन शुरू होने से पहले सभी काम पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं।

महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज का भारद्वाज मुनि का आश्रम आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन रहा है। यहीं दुनिया में पहली बार विमान उड़ाने की टेक्नोलॉजी खोजी गई। पौराणिक मान्यता के अनुसार भारद्वाज मुनि ने यहीं पर

योगी सरकार की प्राथमिकता में मंदिर का नवनिर्माण प्रगति पर, 13 करोड़ से ज्यादा की राशि से दिनरात चल रहा काम

85% तक पूर्ण हुआ काम, महाकुंभ के दौरान आश्रम आने वाले श्रद्धालुओं को होगी आनंद की अनुभूति

विमान उड़ाने के 500 प्रकार के तरीके ईजाद किए हैं। सूर्य की किरणों से चलने वाले विमान की टेक्नोलॉजी खोजने वाले भारद्वाज मुनि पहले ऋषि हैं।

कई राज्यों के मजदूर कर रहे कार्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक भारद्वाज मुनि के आश्रम का पुनर्निर्माण का कार्य पूरी गति से आगे बढ़ रहा है। मंदिर के कॉरिडोर को अंतिम रूप देने के लिए दिन रात काम चल रहा है। निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए कई राज्यों के मजदूरों को यहां लगाया गया है।

दीवारों से लेकर मुख्य द्वार तक हो रहा कायाकल्प
मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्राचीन भारतीय विमान निर्माण कला पर आधाारित महान वैज्ञानिक महर्षि भारद्वाज के आश्रम का कायाकल्प किया जा रहा है। यहां दीवारों पर भित्ति चित्र जिसमें भारद्वाज ऋषि से जुड़ी कहानियां, भगवान राम के वन गमन के चित्र, वन्य जीवों के चित्र बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा, छाया में बैठने के लिए बेंच, पर्याप्त मात्रा में डस्टबिन, मार्ग प्रकाश के लैंप, मुख्य द्वार का निर्माण, पार्किंग स्थल आदि निर्मित किया जा रहा है।

सप्त ऋषियों में सबसे ज्यादा सम्मान
संगम नगरी में महर्षि भारद्वाज का आश्रम सदियों से सनातन संस्कृति कासंवाहक है। प्रयागराज को तीर्थराज कहा गया है। यहां की पौराणिक मान्यता है कि भारद्वाज मुनि प्रयागराज के प्रथम निवासी ऋषि थे। सप्तऋषि परिवार में भारद्वाज ऋषि का नाम सबसे ज्यादा आदर से लिया जाता है। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत के अनुसार भारद्वाज आश्रम की देश और दुनिया में बहुत मान्यता है। इसकी वजह से साउथ इंडिया के काफी लोग प्रयागराज आते हैं। आश्रम कॉरिडोर बनने के बाद यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटेंगे।

लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद श्री राम ऋषि से मिलने आए
मान्यता है कि वन गमन से पहले प्रभु श्री राम माता सीता और लक्ष्मण भारद्वाज मुनि के आश्रम में रुके थे। यहीं आश्रम से ऋषि ने उनको चित्रकूट जाने की सलाह दी थी। कहा जाता है कि लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद प्रभु श्री राम ऋषि से मिलने उनके आश्रम दोबारा लौट कर आए थे।
  Rupali Mukherjee
Previous News Next News
0 times    0 times   
(1) Photograph found Click here to view            | View News Gallery


Member Comments    



 
No Comments!

   
ADVERTISEMENT




Member Poll
कोई भी आंदोलन करने का सही तरीका ?
     आंदोलन जारी रखें जनता और पब्लिक को कोई परेशानी ना हो
     कानून के माध्यम से न्याय संगत
     ऐसा धरना प्रदर्शन जिससे कानून व्यवस्था में समस्या ना हो
     शांतिपूर्ण सांकेतिक धरना
     अपनी मांग को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाना
 


 
 
Latest News
भगवान रामलला के मंदिर में मुख्यमंत्री ने
सीएम योगी के निर्देश पर दीपावली से
जानिये नरक चतुर्दशी पर जलाने चाहिए कितने
दीपोत्सव 2024: हर्षित-पुलकित संतों ने कहा- ऐसा
पटाखों से प्रदूषण होता है, दिये जलाएं,
Amit Shah News / अमित शाह ने
 
 
Most Visited
टूटते-झड़ते बालों के लिए घर पर ही
(3296 Views )
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर (मॉडल हाउस) में
(861 Views )
UP Board Result 2024: 10वीं और 12वीं
(859 Views )
राम नवमी में श्री रामलला का जन्मोत्सव
(761 Views )
भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी प्रमुख
(731 Views )
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संभल में किया
(690 Views )