Breaking News: आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने दिया इस्तीफा, जानिए पूरा मामला…..
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Yugvarta
, Aug 12, 2024 11:31 AM 0 Comments
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Kolkata : कोलकाता, 11 अगस्त : आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह कदम उन्होंने कॉलेज कैंपस में एक 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के बाद शुरू हुए भारी विरोध के बीच उठाया। डॉ. घोष ने मीडिया से कहा कि वे "सोशल मीडिया पर हो रही बदनामी" और उनके नाम पर हो रहे "राजनीतिक बयानों" से परेशान होकर यह निर्णय ले रहे हैं।
डॉ. संदीप घोष पर घटना के बाद पीड़िता को दोष देने का आरोप लगाया गया था, जिसे उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया।
जानिए पूरा केस -
कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी को पोर्न और शराब की लत थी। उसे अस्पताल में बेरोक-टोक आने-जाने की छूट मिली हुई थी। आरोपी की चार शादियां हो चुकी थीं, जिनमें से तीन पत्नियां उसे छोड़ चुकी हैं, जबकि चौथी पत्नी की कैंसर से मृत्यु हो गई थी।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला सामने आया है। आरोपी की अश्लील फिल्मों और शराब की लत के चलते उसने यह घिनौना कृत्य किया। आरोपी ने पहले शराब पी और फिर पोर्न देखकर इस वारदात को अंजाम दिया। इस घटना के बाद कोलकाता सहित पूरे देश में विरोध की लहर तेज हो गई है। इसके चलते आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सुपरिंटेंडेंट को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा, रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन 'फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन' (FRODA) ने आज से पूरे देश में हड़ताल की घोषणा की है।
जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी ने चार शादियां की थीं, लेकिन उसकी खराब आदतों के चलते तीन पत्नियां उसे छोड़कर चली गईं, जबकि उसकी चौथी पत्नी का पिछले साल कैंसर से निधन हो गया था।
गौरतलब है कि 9 अगस्त की सुबह आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने दुष्कर्म और हत्या का अपराध स्वीकार कर लिया। आरोपी संजय रॉय के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 64 (दुष्कर्म) और 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल, संजय रॉय को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
उन्होंने कहा, "मुझे हटाने के लिए छात्रों को उकसाया जा रहा है। मैं चाहता हूं कि दोषियों को कड़ी सजा मिले। मेरा नाम खराब किया जा रहा है। मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया।"
भावुक होते हुए उन्होंने कहा, "जिस लड़की की मौत हुई, वह मेरी बेटी जैसी थी। मैं भी एक पिता हूं। इसलिए एक अभिभावक के रूप में मैं इस्तीफा दे रहा हूं।"
सीनियर डॉक्टर ने मीडिया को बताया कि वे एक ऑर्थोपेडिक सर्जन हैं और अपना जीवन यापन कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "सबको लगा कि संदीप घोष इस्तीफा नहीं दे सकता। मैं ईमानदार हूं। मैंने पदभार संभालने के बाद भ्रष्टाचार पर नकेल कसी है। मैंने अस्पताल के विकास और मरीजों के हित में काम किया है।"
इससे पहले, भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने डॉ. घोष पर निशाना साधते हुए उनके निलंबन की मांग की थी। अधिकारी ने कहा था, "इस दुखद घटना के बाद दिए गए उनके भ्रामक बयान और लापरवाह रवैया उनकी पीड़िता के प्रति उदासीनता को उजागर करता है।"
विपक्ष के नेता ने यह भी आरोप लगाया कि "डॉ. घोष के करीबी लोगों के घटना में शामिल होने की संभावना है और पुलिस जल्दी से जांच को निपटाने की कोशिश कर रही है ताकि वे पकड़े न जाएं। उनका प्रभाव सत्ता के गलियारों में काफी है।"