अब RSS के कार्यक्रमों में भाग ले सकेंगे सरकारी कर्मचारी, केंद्र ने हटाया 58 साल पहले का बैन
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Yugvarta
, Jul 22, 2024 01:08 PM 0 Comments
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Delhi : भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने एक आदेश जारी करते हुए सरकारी कर्मचारियों के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों में शामिल होने पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है.कांग्रेस इसे लेकर बीजेपी पर लगातार हमला भी करती रही है. कांग्रेस ने आज रविवार को केंद्र सरकार की ओर से जारी उस फैसले की तीखी आलोचना की है.
जिसमें आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने को लेकर 6 दशक पुरानी पाबंदी को हटा दिया गया है. इस आदेश के बाद अब सरकारी कर्मचारी भी आरएसएस के कार्यक्रम में सहभागी हो सकेंगे.
अधिकारियों को संघ के कार्यक्रमों में भाग लेने की इजाजत नहीं थी गौरतलब
आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने को लेकर 6 दशक पुरानी पाबंदी को हटा दिया गया है. इस आदेश के बाद अब सरकारी कर्मचारी भी आरएसएस के कार्यक्रम में सहभागी हो सकेंगे.
इससे पहले की केंद्र सरकारों की ओर से साल 1966, 1970 और 1980 के उन आदेशों में संशोधन किया गया है
है कि गृह मंत्रालय ने एक आदेश जारी कर इस प्रतिबंध को हटा दिया है जिसको लेकर विपक्ष अब काफी है तौबा मचा रहा है
इस फैसले का संघ ने खुले दिल से स्वागत किया है और कहा है कि संघ समाज सेवा में लगातार पिछले 99 वर्षों से अपना योगदान दे रहा है संघ ने हमेशा ही संकट की घड़ी में देश की सेवा की है वह चाहे लातूर भूकंप का मामला हो या फिर केदारनाथ आपदा या देश में किसी भी तरह की आपदा में सबसे ज्यादा बढ़-चढ़कर संग ही हिस्सा लेता है लेकिन इस बीच विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाए हैं की एनडीए सरकार अपनी मनमानी कर रही है विपक्ष लगातार कह रहा है की सहयोगी दलों को सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेना चाहिए विशेष तौर पर कांग्रेस ने कहा है कि अब सरकारी नौकरियों पर भी संघ का कब्जा होगा हालांकि आपको याद दिलाते चलें देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संघ के कार्यक्रमों में सरकारी अधिकारियों के भाग नहीं लेने का फैसला लिया था और संघ पर बैन लगाया था
लेकिन यह भी बहुत बड़ा सच है की पंडित जवाहरलाल नेहरू ने ही 1962 के भारत चीन युद्ध के बाद 1963 में आरएसएसके 3000 कार्यकर्ताओं को गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। आरएसएस नैशनल मीडिया टीम के सदस्य रत्न शारदा ने यह जानकारी तब दी थी जब देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संघ के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था तब उन्होंने बताया था कि कि नेहरू संघ के सामाजिक कार्यों से काफी प्रभावित थे। उनके निमंत्रण पर संघ के स्वयंसेवकों ने गणतंत्र की परेड में हिस्सा लिया था आपको यह भी बताते चलें की रानडे के वक्त में श्रीमती इंदिरा गांधी ने भी संघ के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था 1977 में संघ के वरिष्ठ नेता एकनाथ रानाडे के आमंत्रण पर श्रीमती इंदिरा गांधी ने विवेकानंद रॉक मेमोरियल का उद्घाटन किया था।'
[भाजपा आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर कार्मिक मंत्रालय के आदेश का स्क्रीन शाट साझा करते हुए पोस्ट किया, 58 साल पहले, 1966 में जारी असंवैधानिक आदेश, जिसमें सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मोदी सरकार ने वापस ले लिया है।कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पोस्ट किया, सरदार पटेल ने गांधी जी की हत्या के बाद फरवरी 1948 में आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद अच्छे आचरण के आश्वासन पर प्रतिबंध हटा लिया गया था।
दूसरी तरफ विपक्ष का यह भी आरोप है कि सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संघ नाराज चल रहा था यह बहन हटाकर सरकार ने संघ को साधने की कोशिश की है