Crypto Currency / क्या है Crypto करेंसी खरीदने के नियम?
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Yugvarta
, Jul 11, 2025 08:58 PM 0 Comments
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Delhi :
Crypto Currency: भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है, लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी नियमों और सावधानियों को समझना बेहद महत्वपूर्ण है। क्रिप्टोकरेंसी को भारत में अभी तक लीगल टेंडर यानी आधिकारिक मुद्रा का दर्जा नहीं मिला है। इसका मतलब है कि आप इससे दुकानों में या ऑनलाइन सामान नहीं खरीद सकते। हालांकि, इसे डिजिटल एसेट के रूप में खरीदना, बेचना और रखना पूरी तरह वैध है। इस लेख में हम क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के तरीके, जरूरी दस्तावेज, टैक्स नियम और सावधानियों पर चर्चा करेंगे।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको एक भरोसेमंद क्रिप्टो एक्सचेंज चुनना होगा। भारत में CoinDCX, WazirX और ZebPay जैसे प्लेटफॉर्म काफी लोकप्रिय हैं। इसके अलावा, Binance और Kraken जैसे अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज भी भारतीय उपयोगकर्ताओं को INR में ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करते हैं।
एक्सचेंज चुनते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
सुरक्षा: क्या प्लेटफॉर्म टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) और कोल्ड स्टोरेज जैसे सुरक्षा उपायों का उपयोग करता है?
पिछला रिकॉर्ड: एक्सचेंज का इतिहास और विश्वसनीयता कैसी है? क्या यह पहले किसी हैकिंग या धोखाधड़ी का शिकार हुआ है?
उपयोगकर्ता अनुभव: ऐप या वेबसाइट का इंटरफेस उपयोग में आसान और पारदर्शी होना चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए जरूरी दस्तावेज
क्रिप्टो एक्सचेंज पर खाता खोलने के लिए KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया पूरी करनी होती है। इसके लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:
आधार कार्ड: पहचान सत्यापन के लिए।
पैन कार्ड: टैक्स से संबंधित जानकारी के लिए।
बैंक विवरण: फंड ट्रांसफर के लिए।
KYC सत्यापन के बाद आप अपने बैंक खाते या UPI के माध्यम से एक्सचेंज वॉलेट में रुपये जमा कर सकते हैं। इसके बाद, आप निम्नलिखित तरीकों से क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं:
मार्केट ऑर्डर: मौजूदा बाजार मूल्य पर तुरंत खरीदारी।
लिमिट ऑर्डर: आपके द्वारा निर्धारित मूल्य पर खरीदारी।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले जरूरी कदम
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए निवेश से पहले निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना जरूरी है:
रिसर्च: जिस क्रिप्टोकरेंसी में आप निवेश करना चाहते हैं, उसकी टेक्नोलॉजी, डेवलपमेंट टीम, उपयोगिता और मार्केट ट्रेंड्स का गहन अध्ययन करें। विश्वसनीय स्रोतों जैसे CoinMarketCap, CoinGecko या प्रोजेक्ट की आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी लें।
वॉलेट का चयन: क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर करने के लिए डिजिटल वॉलेट्स का उपयोग होता है। ये दो प्रकार के होते हैं:
हॉट वॉलेट: इंटरनेट से जुड़े वॉलेट, जैसे कि एक्सचेंज वॉलेट या सॉफ्टवेयर वॉलेट (उदाहरण: MetaMask)। ये सुविधाजनक लेकिन कम सुरक्षित होते हैं।
कोल्ड वॉलेट: हार्डवेयर डिवाइस जैसे Ledger या Trezor, जो ऑफलाइन रहते हैं और अधिक सुरक्षित माने जाते हैं। लंबी अवधि के निवेश के लिए कोल्ड वॉलेट की सलाह दी जाती है।
जोखिम प्रबंधन: क्रिप्टोकरेंसी के दाम बहुत अस्थिर होते हैं। इसलिए, केवल उतना ही पैसा निवेश करें, जितना आप खोने का जोखिम उठा सकते हैं।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स नियम
भारत में क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर टैक्स नियम 1 अप्रैल 2022 से लागू हैं। ये नियम इस प्रकार हैं:
30% टैक्स: क्रिप्टोकरेंसी की बिक्री से होने वाले लाभ पर 30% कैपिटल गेन टैक्स लगता है। इसमें कोई स्लैब या छूट लागू नहीं होती।
1% TDS: 50,000 रुपये से अधिक के लेनदेन पर 1% टैक्स डिडक्शन एट सोर्स (TDS) लागू होता है। यह राशि आपके पैन कार्ड से लिंक होती है।
ITR में जानकारी: क्रिप्टो से होने वाली आय को अपने इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) में सही तरीके से दिखाना अनिवार्य है। इसके लिए आपको "Schedule VDA" (Virtual Digital Assets) का उपयोग करना होगा।
टैक्स नियमों का पालन न करने पर कानूनी परेशानी हो सकती है, इसलिए किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट से सलाह लेना बेहतर है।
निवेश के लिए सावधानियां
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते समय निम्नलिखित सावधानियां बरतें:
स्कैम से बचें: "रातोंरात अमीर बनने" जैसे वादों से सावधान रहें। किसी भी स्कीम में निवेश करने से पहले उसकी प्रामाणिकता जांचें।
पासवर्ड और प्राइवेट की: अपने वॉलेट की प्राइवेट की और पासवर्ड को सुरक्षित रखें। इन्हें कभी किसी के साथ साझा न करें।
निवेश राशि: अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार ही निवेश करें। क्रिप्टो बाजार में अस्थिरता के कारण बड़ा नुकसान भी हो सकता है।
नवीनतम अपडेट: क्रिप्टो नियमों और मार्केट ट्रेंड्स पर नजर रखें