» रोचक संसार
नहाते वक्त भूलकर भी न करें ये गलतियां, शुरू हो जाएगा दुर्भाग्य!
Go Back | Yugvarta , Feb 23, 2023 09:08 PM
0 Comments


0 times    0 times   

News Image Dehradun : 
हम अपनी शरीर की गंदगी साफ करने के लिए रोजाना नहाते हैं। स्वस्थ शरीर के लिए रोजाना नहाना जरूरी है। वहीं हिंदू धर्म शास्‍त्रों में स्‍नान को लेकर कुछ विशेष नियम बताए गए हैं। इन नियमों का पालन करना जरूरी है। पहले लोग खुले में, नदी में, तालाब में स्नान किया करते थे। अब लोग अपने बाथरूम में नहाते हैं। बाथरूम में स्नान करने के दौरान भी कुछ चीजों का ध्यान रखना जरूरी है। अगर इन बातों का ध्यान नहीं रखा गया तो आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और दुर्भाग्य भी शुरू हो जाएगा।

पुराणों में भी है जिक्र
पद्मपुराण में भी स्नान को लेकर नियम बताए गए हैं। पद्मपुराण के अनुसार, किसी भी परिस्थिति में पूर्ण निर्वस्त्र होकर स्‍नान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मनुष्य पाप का भागीदार बनता है। पद्मपुराण में इस संबंध में एक कथा भी बताई गई है। एक बार गोपियां स्‍नान करने नदी में उतरी तो श्रीकृष्ण ने उनके कपड़े छिपा दिए। गोपियां जब वस्‍त्र ढूंढ़ने लगी तो उन्हें नहीं मिले। कान्‍हाजी ने कहा कि वस्‍त्र पेड़ पर हैं आकर ले लो। तो गोपियां बोलीं कि जब वे स्‍नान करने आई थीं तो यहां पर कोई नहीं था। अब वे बिना वस्‍त्रों के जल से बाहर कैसे आएं। इस पर श्रीकृष्ण ने उन्हें कहा कि ऐसा तुम्हें लगता है कि यहां कोई नहीं था लेकिन मैं तो हर पल, हर जगह मौजूद होता हूं। आसमान में उड़ते पक्षियों, जमीन पर चलने वाले जीवों और जल में मौजूद जीवों ने भी तुम्हें निर्वस्त्र देखा। इतना ही नहीं, जल रूप में मौजूद वरुण देव ने भी तुम्हें देखा। यह उनका अपमान है। इससे आप पाप का भागी बनते हैं। इसी वजह है कि हमें पूर्ण निर्वस्त्र होकर स्‍नान नहीं करना चाहिए।

लग जाता है पितृ दोष
गरुड़पुराण में भी स्नान को लेकर नियम बताए गए हैं। गरुड़पुराण के अनुसार, जब आप स्‍नान कर रहे होते हैं तो रक्षक के रूप में आपके पितर आपके आस-पास मौजूद होते हैं। वे आपके वस्त्रों से गिरने वाले जल को ग्रहण करते हैं, जिनसे उनकी तृप्ति होती है। निर्वस्त्र स्नान करने से पितर अतृप्त होकर नाराज होते हैं, जिनसे व्यक्ति का तेज, बल, धन और सुख नष्ट हो जाता है और पितर दोष भी लगता है।

गंदा ना छोड़ें बाथरूम
वहीं नहाने के बाद कई लोग बाथरूम को गंदा ही छोड़ जाते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि ये आदत सबसे बुरी मानी गई है। कई लोग नहाने के बाद बाथरूम में गंदा पानी छोड़ देते हैं या बिना वजह पानी की बर्बादी करते हैं। इन दोनों ही बातों से वरुणदेव नाराज होते हैं। यह आदत ज्योतिष के नजरिए से दुर्भाग्य बढ़ाने वाली होती है।

चंद्रदेव के साथ लगता है राहु-केतु का दोष
ऐसा माना जाता है कि जो लोग बाथरूम को गंदा छोड़ते हैं उनको चंद्रदेव के साथ ही राहु-केतु का भी दोष लगता है। बता दें कि राहु-केतु छाया ग्रह हैं और दोनों हमेशा वक्री रहते हैं। ये ग्रह एक राशि में करीब 18 माह तक ठहरे रहते हैं। ऐसे में इन सभी की वजह से ही कालसर्प योग बनता है और राहु-केतु ऐसे ग्रह हैं, जिनकी वजह से किसी भी व्यक्ति की किस्मत रातोंरात बदलने में समय नहीं लगता है इसलिए नहाते समय बाथरूम की साफ सफाई का खास ध्यान रखें उसे गंदा न छोड़ें।
  Yugvarta
Previous News Next News
0 times    0 times   
(1) Photograph found Click here to view            | View News Gallery


Member Comments    



 
No Comments!

   
ADVERTISEMENT




Member Poll
कोई भी आंदोलन करने का सही तरीका ?
     आंदोलन जारी रखें जनता और पब्लिक को कोई परेशानी ना हो
     कानून के माध्यम से न्याय संगत
     ऐसा धरना प्रदर्शन जिससे कानून व्यवस्था में समस्या ना हो
     शांतिपूर्ण सांकेतिक धरना
     अपनी मांग को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाना
 


 
 
Latest News
पीएम मोदी ने वीर बाल दिवस पर
'बापू की विरासत को दिल्ली की सत्ता
पाकिस्तान के खिलाफ तालिबान ने तैनात किए
Uttar Pradesh News / जामा मस्जिद से
Samsung Galaxy S23 Ultra / Samsung के
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 17 बच्चों को
 
 
Most Visited
टूटते-झड़ते बालों के लिए घर पर ही
(3361 Views )
UP Board Result 2024: 10वीं और 12वीं
(980 Views )
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर (मॉडल हाउस) में
(951 Views )
राम नवमी में श्री रामलला का जन्मोत्सव
(834 Views )
भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी प्रमुख
(805 Views )
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संभल में किया
(761 Views )