बब्बर शेर पटौदी और बब्बर शेरनी मरियम की दहाड़ से गूंजा प्राणी उद्यान
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Yugvarta
, Mar 02, 2021 12:50 PM 0 Comments
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Gorakhpur :
इटावा स्थित लायन सफारी पार्क में पले बढ़े बब्बर शेर पटौदी और बब्बर शेरनी मरियम रविवार की सुबह 7.30 बजे शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान गोरखपुर पहुंच गई। कड़ी सुरक्षा के बीच प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ. एच राजा मोहन और राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह की मौजूदगी में दोनों को बाड़ों में प्रवेश कराया गया। केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण की गाइड लाइन के मुताबिक दोनों अपने बाड़े में ही क्वारंटीन हैं।
15 मार्च के बाद प्राणी उद्याग गोरखपुर का सीएम योगी आदित्यनाथ लोकार्पण करेंगे। इन दोनों बब्बर शेर के आगमन के साथ प्राणी उद्यान में कुल 54 वन्यजीव पहुंच चुके हैं। प्राणी उद्यान में वन्यजीव के आगमन की प्रक्रिया 11 फरवरी से शुरू है। यहां 33 बाड़ों का निर्माण किया गया है। प्राणी उद्यान में वन्यजीव की 58 प्रजातियों को रखने का इंतजाम है। फिलहाल 8 वर्षीय बब्बर शेर पटौदी और 15 वर्षीय मादा बब्बर शेरनी गिर गुजरात के जंगलों से लाकर 18 माह से इटावा लायन सफारी में रह कर गोरखपुर प्राणी उद्यान के निर्माण की प्रतिक्षा कर रहीं थीं।
शनिवार दोपहर बाद दोनों को लेकर वाइल्ड लाइफ विशेष डॉ. आरके सिंह, लायन सफारी के पशुचिकित्सक, फॉरेस्टर और कीपर के साथ गोरखपुर के लिए रवाना हुए। डॉ आरके सिंह रास्ते में वे रुक-रुक कर दोनों वन्यजीव हालचाल भी लेते हुए गोरखपुर प्राणी उद्यान रविवार की सुबह 7.30 बजे पहुंचे। यहां पहुंचने पर नारियल फोड़ कर प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह ने दोनों बब्बर शेर का स्वागत किया। इस दौरान पशु चिकित्सक डॉ योगेश प्रताप सिंह, उप प्रभागीय वन अधिकारी संजय मल्ल, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुनील राव, उप राजिक अजय तिवारी, चंद्रभूषण पासवान, वन दरोगा रोहित सिंह, वन्य जीव रक्षक शैलेश कुमार गुप्ता, नीरज सिंह, आएएनएन से नीरज सिंह समेत अन्य ने दोनों को सुरक्षा के बीच बाड़ा में प्रवेश कराया।
दोनों ही जंगलों से रेस्क्यू कर प्राणी उद्यान पहुंचे : नर बब्बर शेर पटौदी को गिर के जंगलों से 20 दिसंबर 2015 को और मादा बब्बर शेरनी मरियम को 2010 को रेस्क्यू किया गया था। 18 माह पहले दोनों ही इटावा लायन सफारी पहुंचे थे। कानपुर प्राणी उद्यान के नर गैंडा मंगल के बदले गुजरात से 11 बब्बर शेर यूपी को मिले। इनमें से चार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में लाए गए थे। शेष सात को सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद 26 सितंबर 2019 को गुजरात लाया गया। उसी समय तय था कि तीन शेर यानी दो नर एवं एक मादा गोरखपुर प्राणी उद्यान भेजे जाएंगे।
लखनऊ से दोनों के लिए ताजा मांस
प्राणी उद्यान में लाए गए सभी वन्यजीव के लिए खाने के लिए इंतजाम कर लिए गए हैं। सभी की उम्र और वजन के हिसाब से डायट चार्ज भी बन चुका है। वन्यजीव के लिए लखनऊ के स्लाटर हाऊस से भैस का ताजा मांस कोल्ड चेन बनाकर सड़क मार्ग से प्रतिदिन 10 बजे गोरखपुर प्राणी उद्यान 40 किलोग्राम की मात्रा में लाया जा रहा है। दोनों बब्बर शेर समेत बाघ, तेंदुए, जंगल कैट, जैकॉल के लिए ताजा मांस डाक्टरों की निगरानी में उपलब्ध कराया जा रहा है।
वन्यजीव के प्रति लोगों में लगाव पैदा करेगा प्राणी उद्यान
हेरिटेज फाउंडेशन के ट्रस्टी नरेंद्र कुमार मिश्र और रीबर बैंक स्टूडियो के वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर अनिल कुमार तिवारी कहते हैं कि प्राणी उद्यान में रखे जाने वाले वन्यजीव सीधे जंगल से पकड़ कर नहीं, बल्कि रेस्क्यू कर लाए जाते हैं। प्राणी उद्यान में उन्हें ही रखा जाता है जो जंगल में किन्ही कारणों में रहने में समर्थ नहीं होते। इन वन्यजीव के प्रति छात्रों का नॉलेज बढ़ेगा। वे जागरूक होंगे तो वन्य जीव के प्रति प्यार और आकर्षण की भावना भी बलवती होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यकीनन पूर्वांचल वासियों को प्राणी उद्यान बनाकर एक बड़ा तोहफा दिया है।