महाकुंभ की भीड़ से बनारस-अयोध्या दोनों शहरों में रोज पहुंच रहे 50 लाख से अधिक श्रद्धालु..
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Yugvarta
, Jan 28, 2025 06:25 PM 0 Comments
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लखनऊ :
प्रयागराज महाकुंभ में पिछले 17 दिनों 15 करोड़ से ज्यादा लोग डुबकी लगा चुके हैं. मेला प्रशासन का अनुमान है कि प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर 8 से 10 करोड़ लोग महाकुंभ पहुंचेंगे. महाकुंभ की इस भीड़ से प्रमुख तीर्थ स्थलों वाराणसी और अयोध्या की व्यवस्था भी चरमरा गई है. महाकुंभ से निकले श्रद्धालु सीधे वाराणसी या फिर अयोध्या पहुंच रहे हैं. दोनों ही शहरों में इतनी भीड़ जुट गई है कि इसे संभालने में पुलिस-प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं. अयोध्या में सोमवार तक 25 लाख लोग पहुंच चुके थे, जबकि मंगलवार को भी 10-15 लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है. वहीं वाराणसी में भी 15 से 20 लाख श्रद्धालु रोज ही पहुंच रहे हैं. दोनों ही शहरों में स्कूल 5 फरवरी तक के लिए बंद कर दिए गए हैं. पूरे आसार हैं कि मौनी अमावस्या की भीड़ प्रयागराज से वाराणसी और अयोध्या के लिए कूच करेगी. ऐसे में इसे नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती बन गया है.
रामनगरी में भीड़ को देखते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने वीडियो जारी कर आसपास के श्रद्धालुओं से न आने की अपील की है. चंपत राय ने कहा है कि 29 जनवरी को महाकुंभ में मौनी अमावस्या का मुख्य स्नान है. अनुमान है कि 10 करोड़ लोग प्रयागराज में गंगा में स्नान करेंगे. बड़ी संख्या में प्रयागराज से भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं. ट्रेन एवं सड़क से भक्तजन प्रयाग से अयोध्या आ रहे हैं. पिछले तीन दिनों से अयोध्या में दर्शनार्थियों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. अयोध्या धाम की आबादी एवं आकार को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि इतनी अधिक संख्या में भक्तों को एक दिन में रामलला के दर्शन कराना बहुत कठिन है. जो भक्तों को परेशानी का कारण बन रहा है,