सीने में जलन, आंखों में तूफान सा क्यों है, सैफई घराने में हर शख्स परेशान सा क्यों है : ब्रजेश पाठक
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Yugvarta
, Nov 24, 2024 11:19 PM 0 Comments
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Lucknow :
लखनऊ, 24 नवंबर 2024। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भाजपा के राज्य मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में समाजवादी पार्टी और उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने उपचुनाव परिणामों के बाद रविवार को दिए गए अखिलेश यादव के बयानों पर पलटवार करते हुए सपा के शासनकाल और उसकी नीतियों को कठघरे में खड़ा किया। ब्रजेश पाठक ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा, “सीने में जलन, आंखों में तूफान सा क्यों है, सैफई घराने में हर शख्स परेशान सा क्यों है।” उन्होंने कहा कि सपा के पैरों तले जमीन खिसक चुकी है और अखिलेश यादव इस हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री ने सपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के नेता गुंडई, मवालीपन और अराजकता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कन्नौज, अयोध्या और करहल की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जब सपा के नेता दलित और ओबीसी महिलाओं के साथ अत्याचार करते हैं, तब अखिलेश यादव की जुबान नहीं खुलती।
उन्होंने आरोप लगाया कि सपा नेताओं का ध्यान केवल माफियागीरी, संपत्तियों पर कब्जा और महिलाओं की इज्जत-आबरू को खतरे में डालने पर रहता है। पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव झूठे वादों से जनता को भ्रमित करते हैं। इन लोगों ने लोकसभा चुनाव के दौरान संविधान खतरे में होने का दावा करके जनता को बरगलाया और महिलाओं को 8-8 हजार रुपए देने की बात कही थी। बाद में महिलाओं ने इनके कार्यालयों का घेराव भी किया, जिसे पूरे देश ने देखा। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश की जनता इन लोगों की असलियत जानती है और उन्हें पूरी तरह नकार चुकी है।
पाठक ने कहा कि समाजवादी पार्टी भारत के संविधान की बात करती है, लेकिन लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमेशा सपाइयों ने ही हमला किया है। कभी न्यायपालिका पर हमला किया, तो कभी निर्वाचन आयोग पर। इन्हें लोकतंत्र पर भरोसा ही नहीं है। इसी निर्वाचन आयोग ने लोकसभा का चुनाव कराया था तब ईवीएम अच्छी थी, तब निर्वाचन आयोग बहुत अच्छा काम कर रहा था, तब अधिकारियों की तारीफ करते नहीं थकते थे। इनकी सबसे बड़ी पीड़ा चुनाव हारना तो है ही, उससे बड़ी पीड़ा यह है कि इनका मूल वोटर इनसे दूर जा चुका है।
उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग और दलित समाज ने सपा को छोड़ दिया है। मुसलमान को भी यह सिर्फ वोटर समझते हैं। ये कुंदरकी की बात करते हैं, लेकिन वहां इनके प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई है। भाजपा को सबसे ज्यादा वोट मिला है। वे कहते हैं कुंदरकी में गड़बड़ हुई, लेकिन पोस्टल बैलेट इसका उदाहरण है। पोस्टल बैलेट में भाजपा प्रत्याशी को 68 वोट मिले हैं जबकि सपा प्रत्याशी को मात्र 29 वोट। आंकड़े बताते हैं कि पोस्टल बैलेट में भाजपा को 70% और सपा को 30% वोट मिले, यही ट्रेंड ईवीएम में भी चला। इसका जवाब इनके पास नहीं है। लाल टोपी वालों के काले कारनामे जनता जान चुकी है, अब इन्हें जनता कभी माफ नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता का निर्णय सर्वोपरि होता है। आप घरों से निकलोगे नहीं, वातानुकूलित कमरों में बैठकर राजनीति करोगे जबकि भाजपा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरीब कल्याण की नीतियों और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था, इन्फ्रास्ट्रक्चर और लोक कल्याण के संकल्प के साथ काम कर रही डबल इंजन की सरकार की उपलब्धियों को लेकर जन-जन तक पहुंचे हैं।
पाठक ने सवाल किया कि अल्पसंख्यकों के वोट के सहारे सत्ता में आने वाली समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया अखिलेश यादव क्या कभी किसी अल्पसंख्यक को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाएंगे? सपा केवल वोट लेकर ठगने और लोगों को गुमराह करने का काम करती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने उपचुनाव वाली सभी विधानसभाओं के मतदाताओं का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने भाजपा को अपना मत और समर्थन दिया।