» ज्योतिष/धर्म/वास्तु
कल है सावन का अंतिम सोमवार: भोलेनाथ को चढ़ाएं ये विशेष वस्तुएं, मिलेगा सुख-समृद्धि
Go Back | Yugvarta , Aug 03, 2025 09:18 PM
0 Comments


0 times    0 times   

News Image LUCKNOW : 
सावन माह अपने अंतिम चरण में है और इस वर्ष इसका समापन 9 अगस्त को होगा। शिवभक्तों के लिए यह समय विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह माह संपूर्ण रूप से भगवान शिव की आराधना को समर्पित होता है। इस दौरान सोमवार के दिन को विशेष रूप से शुभ माना जाता है। चार अगस्त को सावन का अंतिम सोमवार है और यह दिन भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। ऐसे में शिवभक्त इस दिन कुछ विशेष वस्तुओं को शिवलिंग पर अर्पित कर अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं, जिससे उन्हें सुख, शांति और समृद्धि का वरदान प्राप्त होता है।
रुद्राक्ष का अर्पण: पुण्य और उन्नति का प्रतीक

रुद्राक्ष भगवान शिव से जुड़ी एक पवित्र और प्रभावशाली वस्तु मानी जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, यह रुद्राक्ष शिव के अश्रुओं से उत्पन्न हुआ है। यदि सावन के अंतिम सोमवार को शिवलिंग पर रुद्राक्ष या उसकी माला अर्पित की जाए, तो यह भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय होता है। इससे जातक को न केवल आर्थिक उन्नति के अवसर प्राप्त होते हैं, बल्कि मन की शांति भी मिलती है। यह साधक के जीवन में स्थायित्व और मानसिक संतुलन का मार्ग प्रशस्त करता है।

कच्चा दूध और शहद का मिलन: संतान और वैवाहिक सुख का साधन

शिवलिंग पर गाय का कच्चा दूध चढ़ाना अत्यंत शुभ माना गया है। यदि इसमें थोड़ा शहद मिलाकर अर्पित किया जाए, तो इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है। ऐसा करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ती है और दांपत्य जीवन में मधुरता आती है। यह पूजा का एक ऐसा उपाय है जो परिवार में सुख-शांति बनाए रखने में सहायक होता है।

गंगाजल की शुद्धता: दुखों से मुक्ति का मार्ग

गंगाजल को हिंदू धर्म में सबसे शुद्ध जल माना गया है और सावन में इसका उपयोग विशेष फलदायक होता है। शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाना न केवल पवित्रता की अनुभूति कराता है, बल्कि यह महादेव की विशेष कृपा भी दिलाता है। धार्मिक विश्वास है कि गंगाजल चढ़ाने से व्यक्ति के जीवन के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं और एक नया सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

बेलपत्र और भांग-धतूरा: भोलेनाथ की प्रिय अर्पण सामग्री

भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र, भांग और धतूरा का विशेष स्थान है। ये वस्तुएं शिव को अत्यंत प्रिय मानी जाती हैं। जब भक्त इन्हें श्रद्धा से अर्पित करते हैं, तो उनके जीवन से पापों का नाश होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मान्यता है कि बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ाने से मानसिक शांति मिलती है, जबकि भांग और धतूरा चढ़ाने से शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

सावन के अंतिम सोमवार का विशेष महत्व

सावन का अंतिम सोमवार धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ माना जाता है क्योंकि यह पूरे मास की पूजा-अर्चना का समापन करता है। इस दिन यदि श्रद्धापूर्वक भगवान शिव की आराधना की जाए और उपरोक्त वस्तुएं शिवलिंग पर अर्पित की जाएं, तो जीवन में हर प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और व्यक्ति को आध्यात्मिक संतोष की अनुभूति होती है। यह दिन आत्मिक शुद्धि और ईश्वर से गहरे जुड़ाव का अवसर प्रदान करता है।

सावन का अंतिम सोमवार एक ऐसा अवसर होता है जब भक्तगण विशेष भक्ति और आस्था के साथ शिवलिंग पर पूजन सामग्री अर्पित करते हैं। रुद्राक्ष से लेकर गंगाजल तक, हर वस्तु का विशेष धार्मिक महत्व होता है।
  Yugvarta
Previous News Next News
0 times    0 times   
(1) Photograph found Click here to view            | View News Gallery


Member Comments    



 
No Comments!

   
ADVERTISEMENT






Member Poll
कोई भी आंदोलन करने का सही तरीका ?
     आंदोलन जारी रखें जनता और पब्लिक को कोई परेशानी ना हो
     कानून के माध्यम से न्याय संगत
     ऐसा धरना प्रदर्शन जिससे कानून व्यवस्था में समस्या ना हो
     शांतिपूर्ण सांकेतिक धरना
     अपनी मांग को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाना
 


 
 
Latest News
गैरसैण विधानसभा मानसून सत्र: नाराज हुए धामी,बोले
उत्तराखंड:अगले साल खत्म होगा मदरसा बोर्ड, बना
उत्तराखंड की सबसे युवा ग्राम प्रधान प्रियंका
Uttarakhand: धामी कैबिनेट में महिलाओं, युवाओं और
यूपी फुटवियर-लेदर नीति 2025 : निजी औद्योगिक
Cultural Programs to be Organized at Religious,
 
 
Most Visited
Rice water & Methi Dana Toner for
(1371 Views )
Shubhanshu Shukla Returns to Earth: A Proud
(609 Views )
उत्तराखंड : केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश, 7
(587 Views )
मुकुल देव आखिरी बार इस फिल्म में
(583 Views )
प्रो. के.जी. सुरेश को मिली इंडिया हैबिटेट
(504 Views )
‘Justice Served’ : India Launches ‘Operation Sindoor’,
(502 Views )