Dehradun : देहरादून, 11 जुलाई 2025 : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड इस वर्ष हरेला पर्व को एक ऐतिहासिक रूप देने जा रहा है। राज्यभर में 16 जुलाई को आयोजित होने वाले इस पर्व पर एक ही दिन में पांच लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। इसमें गढ़वाल मंडल में तीन लाख और कुमाऊं मंडल में दो लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस अभियान की थीम होगी— “हरेला का त्योहार मनाओ, धरती मां का ऋण चुकाओ”, साथ ही “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को भी इससे जोड़ा गया है।
राज्य सरकार द्वारा इस महाअभियान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जुलाई माह में हरेला पर्व के अंतर्गत पूरे प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अभियान में आमजन से लेकर स्कूली छात्रों, स्वयंसेवी संगठनों, विभागों और जनप्रतिनिधियों तक की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
इस संबंध में प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुंधाशु द्वारा सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजा गया है, जिसमें पौधरोपण के समन्वय और प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले जुलाई 2016 में प्रदेश में एक ही दिन में दो लाख पौधे लगाए गए थे। इस बार यह रिकॉर्ड दोगुना होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड प्रकृति से जुड़ा हुआ राज्य है और पर्यावरण संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप प्रदेशभर में सार्वजनिक स्थानों, वनों, नदियों, गाड-गदेरों के किनारे, स्कूलों, कॉलेजों, विभागीय परिसरों, सिटी पार्कों और आवासीय क्षेत्रों में पौधरोपण किया जाएगा।
अभियान में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, स्कूली बच्चों, एनसीसी, एनएसएस, विभागीय कार्मिकों और नागरिकों की भागीदारी को प्राथमिकता दी जाएगी। यह अभियान न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि लोगों में प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करेगा।
मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में बीते वर्षों में हरेला, इगास, बटर फेस्टिवल, फूलदेई और घी संक्रांति जैसे लोक पर्वों को नई पहचान मिली है। आज उत्तराखंड की लोक संस्कृति और परंपराएं देश-विदेश तक पहचानी जा रही हैं। |