SCO के मसौदे पर हस्ताक्षर से राजनाथ सिंह का इनकार, चीन और पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संदेश
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Yugvarta
, Jun 27, 2025 03:22 PM 0 Comments
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Delhi :
नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने SCO (शंघाई सहयोग संगठन) के मसौदे पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। यह चीन और पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संदेश है। इसका मतलब है कि भारत आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं करेगा। भले ही उस पर कितना भी दबाव डाला जाए, जो भी परिस्थितियां हों। राजनाथ सिंह का यह कदम बहुत महत्वपूर्ण है और आने वाले दिनों में बदलते जियोपॉलिटिक्स की दिशा तय करेगा। SCO में चीन और रूस जैसे देश शामिल हैं। इस मंच पर भारत ने दिखा दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ हमेशा सबसे आगे खड़ा रहेगा। 'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की अब नई नीति है, इस सिद्धांत को कोई भी नहीं बदल सकता।
SCO के मसौदे पर हस्ताक्षर से क्यों किया इनकार
राजनाथ सिंह ने चीन के किंगदाओ में SCO के रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लिया। उन्होंने अंतिम संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर नहीं किए। क्योंकि, उस बयान में 22 अप्रैल को 'पहलगाम में आतंकी हमला' का जिक्र नहीं था। उस हमले में आतंकियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर मारा था। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' ने ली थी। लेकिन संयुक्त बयान में पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हुई एक ट्रेन हाईजैकिंग का जिक्र था। इससे पता चलता है कि बयान लिखने वालों की मंशा क्या थी। भारत को यह बात पसंद नहीं आई। भारत चाहता था कि पहलगाम हमले और आतंकवाद के बारे में भी कुछ कहा जाए। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। इसलिए भारत ने उस बयान पर हस्ताक्षर नहीं किए। ऐन मौके पर पेन अलग रखने का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल है।
चीन, पाकिस्तान से लेकर अमेरिका तक को सीधा संदेश
SCO एक संगठन है, जिसमें 10 देश शामिल हैं। यह संगठन सुरक्षा के मुद्दों पर काम करता है। इसमें भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान और मध्य एशिया के कुछ देश शामिल हैं। SCO की शुरुआत 2001 में हुई थी। रूस अभी यूक्रेन के साथ युद्ध में लगा हुआ है, इसलिए वह पहले की तरह इसमें प्रभावी भूमिका नहीं निभा पा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान चीन की मदद से अपना एजेंडा चलाने के फिराक में था। लेकिन, भारत ने चीन की चाल समझते हुए SCO में दबाव के आगे झुकने से इनकार कर दिया। यह बहुत बड़ी बात है। चीन में ही ड्रैगन का तमाशा बन गया। क्योंकि,अभी चीन इस संगठन का अध्यक्ष है।