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Aditya Amitabh Trivedii
, Jan 03, 2025 09:35 PM 0 Comments
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महाकुंभ नगर :
-आदित्य अमिताभ त्रिवेदी
प्रयागराज में आयोजित हो रहा महाकुम्भ 2025 न केवल आस्था का महापर्व है, बल्कि यह सजावट और सांस्कृतिक झलक का अद्वितीय उदाहरण भी बन गया है। योगी सरकार की सतर्कता और समर्पण ने इस आयोजन को भव्यता के नए आयाम प्रदान किए हैं।
श्रद्धालुओं को गौरव का अनुभव कराती सजावट
देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं को महाकुम्भ की सजावट विशेष रूप से आकर्षित कर रही है। त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाते हुए यह अद्भुत सजावट उन्हें एक यादगार अनुभव प्रदान कर रही है। पूरे प्रयागराज में थीमैटिक लाइटिंग, फसाड लाइटिंग, स्तंभ और म्यूरल पेंटिंग्स की बदौलत शहर की खूबसूरती निखरकर सामने आई है।
विभिन्न भाषाओं में सुविधाजनक साइनेजेस
श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सिटी एरिया और मेला एरिया में क्रमशः 610 और 800 साइनेजेस लगाए गए हैं। यह साइनेजेस विभिन्न भाषाओं में हैं, जिससे श्रद्धालुओं को अपने गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिल रही है।
सजावट में झलकती संस्कृति
नगर निगम द्वारा 3540 थीमैटिक लाइटिंग के पोल लगाए गए हैं, जिनमें से अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है। पर्यटन विभाग ने धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर फसाड लाइटिंग के कार्य को अंजाम दिया है, जिससे इन स्थलों की आभा दोगुनी हो गई है। वहीं, 84 स्थलों पर सांस्कृतिक झलक प्रस्तुत करते स्तंभ लगाए जा रहे हैं।
कलाकृतियों और म्यूरल पेंटिंग्स से सजा मेला क्षेत्र
प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने 15 लाख स्क्वायर फीट से अधिक क्षेत्र में कलाकृतियों को स्थापित किया है। 0.33 लाख स्क्वायर फीट क्षेत्र में म्यूरल पेंटिंग्स की गई हैं, जो मेला क्षेत्र की आभा को और बढ़ा रही हैं।
महाकुम्भ 2025: सौंदर्य और समर्पण का प्रतीक
महाकुम्भ 2025 न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह प्रयागराज की सांस्कृतिक और सौंदर्यात्मक संपन्नता को भी दर्शाता है। इस आयोजन ने श्रद्धालुओं को गौरव और आनंद का अनुभव प्रदान कर, इसे एक यादगार पर्व बना दिया है।