गले में दर्द के साथ है हल्का बुखार? ये हो सकती है डिप्थीरिया बीमारी, न करें नजरअंदाज
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Yugvarta
, Apr 16, 2024 08:50 PM 0 Comments
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Delhi :
बदलते मौसम में अगर आपके गले में दर्द और खराश की समस्या है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. ये शरीर में डिप्थीरिया बीमारी का संकेत हो सकता है. बीते कुछ दिनों से अस्पतालों में इस बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं. डॉक्टरों के मुताबिक, डिप्थीरिया बीमारी को गलघोटू भी कहा जाता हैं. गले में दर्द और खराश के साथ इस बीमारी में हल्का बुखार भी होता है. इसके अलावा अन्य लक्षणों की बात करें तो डिप्थीरिया के मरीज को सांस लेने में परेशानी, गर्दन में सूजन और लगातार खांसी आने की समस्या हो सकती हैं. गंभीर मामलों में इस बीमारी की वजह से स्किन का रंग नीला पड़ सकता है. ऐसे में इसको हल्के में नहीं लेना चाहिए.
आइए डॉक्टर से जानते हैं कि डिप्थीरिया क्यों होता है और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है. दिल्ली में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ अजय कुमार बताते हैं कि डिप्थीरिया की बीमारी एक बैक्टीरिया की वजह से होती है. यह बैक्टीरिया हवा में मौजूद होते हैं. हवा के जरिए शरीर में जाते हैं औरगले में इंफेक्शन करते हैं. इस इंफेक्शन की वजह से सांस की नली में झिल्ली बन जाती है. इससे मरीज सांस लेने में परेशानी होती है. कुछ समय के बाद झिल्ली से इंफेक्शन खून के रास्ते हार्ट और ब्रेन में चला जाता है. ये इंफेक्शन हार्ट और ब्रेन को डैमेज कर सकता है. ऐसे में जरूरी है कि गले में दर्द और बुखार को हल्के में न लें.
कैसे फैलता है डिप्थीरिया
डिप्थीरिया एक गंभीर बीमारी है. ऐसे में यह जानना जरूरी हैं की ये बीमारी कैसे फैलती है और इसका इलाज क्या है. डॉ. अजय कुमार बताते हैं कि डिप्थीरिया एक संक्रामक बीमारी है जो एक से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है. डिप्थीरिया की बीमारी मरीज़ के खांसने और छींकने के दौरान फैलती है. हालांकि इस बीमारी का इलाज मौजूद है और इसके लिए वैक्सीन भी है.
किनको ज्यादा खतरा?
डॉ अजय कुमार बताते हैं कि डिप्थीरिया के ज्यादा मामले बच्चों में सामने आते हैं. कमजोर इम्यूनिटी वाले बच्चों में इस बीमारी का रिस्क अधिक होता है. डिप्थीरिया के ट्रीटमेंट के लिए शिशु और बच्चों को इसकी वैक्सीन बचपन में ही लगवा देनी चाहिए.
डिप्थीरिया से बचाव कैसे करें
संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें
भीड़ वाली जगह से दूर रहें
इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए हरी सब्जियां खाएं
ठंडी जगहों के संपर्क में न आए
शिशु, बच्चों और संक्रमित लोगों को टीका ज़रूर लगाएं