» विदेश
भारत से विवाद के बीच मालदीव में सियासी भूचाल, राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग
Go Back | Yugvarta , Jan 09, 2024 08:38 PM
0 Comments


0 times    0 times   

News Image Delhi : 
भारत से विवाद होने के बाद मालदीव में राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग उठने लगी है। मालदीव की विपक्षी पार्टी (मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी) के नेता अली आजिम ने कहा है कि हमें देश की फॉरेन पॉलिसी को मजबूत बनाए रखना है।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है कि हमें पड़ोसी देशों से खुद को अलग-थलग पड़ने से बचाना है। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी से पूछा है कि क्या वो मुइज्जू को हटाने के लिए तैयार है। उन्होंने आगे पूछा, क्या मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी?

दूसरी तरफ, मालदीव के पूर्व खेल मंत्री अहमद महलूफ ने कहा है कि भारत के बायकॉट का मालदीव की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ेगा। मुझे चिंता है कि हमें दोनों देशों के बीच विवाद का खामियाजा भुगतना मुश्किल होगा। वहीं, मालदीव के दूसरे सांसद मिकेल नसीम ने संसद से विदेश मंत्री को तलब किया है और उनसे सवाल करने की मांग उठाई है।

मालदीव की टूरिज्म इंडस्ट्री ने कहा- हम भारत के साथ रिश्तों के लिए आभारी

अगर मालदीव-भारत के रिश्ते और बिगड़े तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान वहां की टूरिज्म इंडस्ट्री को ही होगा। इस बीच मालदीव की टूरिज्म इंडस्ट्री MATI ने मंगलवार को भारत और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अपने मंत्रियों की अपमानजनक बयानबाजी की आलोचना की है।

MATI ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि भारत हमारा साझेदार है, मुसीबत के वक्त हमारी मदद के लिए सबसे पहले आगे आता है। मालदीव की टूरिज्म इंडस्ट्री में भारत सबसे बड़ा सहयोगी है। हम चाहते हैं कि ये साझेदारी सदियों तक बनी रहे। हम हर उस एक्शन की कड़ी निंदा करते हैं जिससे दोनों देशों के संबंध बिगड़ सकते हैं।

वहीं, ब्लू स्टार ट्रैवल सर्विसेज के डायरेक्टर माधव ओझा ने न्यूज़ एजेंसी ANI से कहा कि भारत और मालदीव के 8 डायरेक्ट फ्लाइट्स हैं। भारत से रोजाना 1200-1300 पैसेंजर मालदीव जाते हैं। विवाद के बाद फ्लाइट्स की बुकिंग में 20-30% की कटौती की संभावना है।

मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री ने भी दिया भारत का साथ

प्रधानमंत्री मोदी पर मालदीव के सांसद की पोस्ट को लेकर विवाद पर मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी का कहना है यह राष्ट्रपति मुइज्जू के प्रशासन की नाकामी है।

उन्होंने कहा हम एक छोटे देश हैं। हम इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि हमारी सीमाएं भारत के साथ लगती हैं।
मारिया अहमद ने कहा, हमारी सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं समान हैं। भारत ने हमेशा हमारी मदद की है। चाहे रक्षा क्षेत्र हो या हमें उपकरण मुहैया कराने की बात, भारत ने हमें अधिक सक्षम बनाने की कोशिश में हमारी मदद की है।
  Yugvarta
Previous News Next News
0 times    0 times   
(1) Photograph found Click here to view            | View News Gallery


Member Comments    



 
No Comments!

   
ADVERTISEMENT




Member Poll
कोई भी आंदोलन करने का सही तरीका ?
     आंदोलन जारी रखें जनता और पब्लिक को कोई परेशानी ना हो
     कानून के माध्यम से न्याय संगत
     ऐसा धरना प्रदर्शन जिससे कानून व्यवस्था में समस्या ना हो
     शांतिपूर्ण सांकेतिक धरना
     अपनी मांग को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाना
 


 
 
Latest News
सीएम धामी ने बरेली की जनता से
मोदी की गारंटी है देश की पहली
Uttarakhand Board Result 2024 : कल
भंसाली की हीरामंडी साल के मोस्ट अवेटेड
अमित शाह के फेक वीडियो केस में
ये चुनाव संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण को
 
 
Most Visited
भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी प्रमुख
(484 Views )
ऋषिकेश रैली में अचानक बोलते हुए रुक
(470 Views )
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संभल में किया
(467 Views )
राम नवमी में श्री रामलला का जन्मोत्सव
(452 Views )
MI vs RCB / आरसीबी के खिलाफ
(423 Views )
Lok Sabha Elections / अभी थोड़ी देर
(387 Views )