गलतफहमियों के चलते भी टूटते हैं रिश्ते, न होने दें ऐसी बात
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Yugvarta
, Jun 26, 2023 09:26 PM 0 Comments
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Delhi :
किसी भी रिश्ते को सफल बनाने के लिए उसमें प्यार के साथ समझदारी होना भी बहुत जरूरी है। आपसी तालमेल के साथ ही रिश्तों को प्रगाढ़ता के साथ चलाया और निभाया जा सकता है। आपसी रिश्तों में नोंक-झोंक होना आम बात है, लेकिन यदि यही नोंक-झोंक लड़ाई-झगड़े में बदल जाए तो फिर रिश्तों में कड़वाहट पैदा हो जाती है। जिसके चलते रिश्तों में कमजोरी और दरार आना शुरू होती है। रिश्तों में कमजोरी या दरार आने का कारण गलतफहमी भी होती है, जिसके बढऩे से भी दरार पैदा होती है। ऐसे में जरूरी है समय रहते रिश्तों के बीच आई गलतफहमियों को दूर किया जाए और अपने रिश्ते को बिगडऩे से बचाया जाए।
प्यार में गलतफहमी कब बढ़ती है, यह जानना है जरूरी
रिश्ते में किसी परेशानी का हल बातचीत करके ही निकाला जा सकता है, मुश्किल तब हो जाती है, जब आप अपने साथी से बात करना बंद कर देते हैं या उस विषय को नजरअंदाज करना शुरू कर देते हैं जिसके चलते गलतफहमी पैदा हुई है। ऐसे में इसे नजरअंदाज करने के स्थान पर अपने साथी के साथ उस विषय पर खुलकर बातचीत करें और उसका हल निकालने का प्रयास करें। स्वयं के अंदर आ रही नकारात्मक को खत्म करें, क्योंकि जब तक यह आपके मन में रहेगी आप अपनी समस्या का समाधान नहीं निकाल सकते। रिश्तों की मजबूती और खूबसूरती के लिए जरूरी है अपने मन में गलतफहमी पैदा ही न होने दें। यदि ऐसा होता है तो तुरन्त प्रभाव से खुलकर बोलें।
स्वभाव को समझें
हो सकता है आपका साथी गुस्से वाला हो। लेकिन गुस्से में बात करने से बात बनने के बजाए बिगड़ जाती है, इसलिए झगड़ा होने पर एक-दूसरे को स्पेस दें। अपने साथी के गुस्से को कैसे शांत किया जाए, इस बात पर भी ध्यान दें। आप अपनी सकारात्मक सोच से रिश्ते में आई समस्याओं को बेहतर ढंग से सुलझा सकते हैं।
एक-दूसरे पर विश्वास करें
रिश्ते में प्यार होने के साथ विश्वास होना भी जरूरी है। विश्वास नहीं होने पर रिलेशन में लगातार गलतफहमियां बढ़ती रहती हैं। ऐसे में रिश्ते को सही रखना मुश्किल हो जाता है। कई बार रिश्ते में झूठ बोला जाने लगता है, जिससे स्थिति और खराब हो जाती है। ऐसे में झूठ बोलने से बचें।अगर कोई बात परेशान भी कर रही है, तो बेझिझक पार्टनर को बताएं। इससे आपको परेशानी का हल तो मिलेगा ही, साथ ही आपका एक-दूसरे पर विश्वास भी बढ़ेगा।
समय दें
रिश्ते में एक-दूसरे को समय देना सबसे महत्वपूर्ण होता है। रिश्ता वही अच्छा माना जाता है, जहाँ आप एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझते हैं। मिलना संभव ना हो, तो कोशिश करें एक-दूसरे से फोन पर बात करते रहें। चैट, मैसेज और वीडियो कॉल के जरिए एक दूसरे के संपर्क में बने रहें। साथ ही रिश्ते की महत्वपूर्ण तारीखों को ना भूलें, उन्हें सेलीब्रेट अवश्य करें। इससे रिश्तों में नई ऊर्जा का संचार होता है।
भावनाओं को समझें
अक्सर लोग रिश्ते में आई गलतफहमियों के चलते एक-दूसरे की भावनाओं की कदर करना बंद कर देते हैं। वे अपने गुस्से और अहम् के कारण साथी को दु:ख पहुंचाते रहते हैं और ऐसे में रिश्ते में दरार आ जाती है। इसके स्थान पर आप साथी की भावनाओं को समझना शुरू करें, तो एक समय पर वह भी आपकी भावनाओं की कदर करने लगेगा।
अहम् से दूर रहें
अहम् रिश्तों को बिगाड़ देता है। एक बेहतर रिश्ते को बनाए रखने के लिए अहम् को खूद से दूर रखें। मैं ही पहले क्यों बात करूं, मैं ही क्यों हमेशा रिश्ते के लिए सोचूं? इस तरह की बातों को अपने अंदर से निकाल कर रिश्ते को मजबूत बनाने का प्रयास करें। हमेशा रिश्तों में मैं नहीं हम होना महत्व रखता है। इसलिए हमेशा कौन पहले पहल कर रहा है, यह मायने नहीं रखता। मायने रखता है तो सिर्फ रिश्ता।
कंजूसी ना करें
कई बार हम रिश्ते को हल्के में लेने लगते हैं। इससे रिश्तों में दूरियां बढऩे लगती हैं। रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए आप अपने साथी को सरप्राइज देकर भी अपने प्यार का इजहार कर सकते हैं। इससे रिश्ते में मजबूती आएगी, साथ ही प्यार और विश्वास भी बढ़ेगा।
एक-दूसरे से कीजिए बात
अगर किसी बात को लेकर आप दोनों के बीच में सहमति नहीं बन पा रही है, तो एक-दूसरे को समय दें। अपने साथी की बात सुनें और अपनी बात भी पूरे प्रेम के साथ समझाएं। जो बात आपस में मिलकर हो सकती है, वो बिना बात किए या चुप रहे नहीं हो सकती। इसलिए एक-दूसरे से उस विषय पर बात जरूर करें, क्योंकि चुप्पी साधकर बैठने से सिर्फ गलतफहमियां ही रिश्तो में जगह बना पाती हैं।
त्याग की भावना
त्याग की भावना हमेशा आपको एक-दूसरे के करीब लेकर आएगी। अगर आप खुद से पहले अपने पार्टनर के बारे में सोचेंगे यानी खुद की खुशी से पहले अपने साथी की खुशी आपके लिए जरूरी होगी, तो आपके रिश्ते और भी ज्यादा खूबसूरत होंगे और ऐसे मजबूत रिश्तों में गलतफहमियों की जगह होती ही नहीं है।
नजरअंदाज न करें
ज्यादातर लोग नाराज होने पर या झगड़े के दौरान अपने पार्टनर को इग्नोर करने की भूल करते हैं। वे बैठकर बात करने से बजाय पार्टनर से दूर रहना ही पसंद करते है। घर में साथ होने के बावजूद कुछ लोग अपने पार्टनर को इग्नोर करने की भूल करते हैं। हो सकता है कि इस तरीके को अपनाने से वह आपसे इतना दूर हो जाए कि कभी फिर आपकी जिंदगी में वापस ही न आए। इससे बेहतर है कि इग्नोर करने के बजाय चीजों को समझना शुरू करें।