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Yugvarta
, Jun 04, 2025 12:37 AM 0 Comments
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Ahmedabad : -प्रखर प्रकाश मिश्रा
अहमदाबाद, 3 जून : देश के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली की आंखें टाटा आईपीएल 2025 लीग के फाइनल मुकाबले के अंतिम ओवर में जीत की खुशी से भर गई जीत के इन भावुक क्षणों में इस दिग्गज बल्लेबाज के लिए यह जीत भारतीय क्रिकेट में इतिहास की एक नई इबारत लिख रही थी क्योंकि 18 साल के लंबे
संघर्ष के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने फाइनल में पी बी के एस को 6 रनों से हराकर ट्राफी जीत ली थी ।
जीत के बाद सभी खिलाड़ियों ने विराट को इस विराट खुशी के लिए विराट बधाइयां दी और विराट
— Indian Cricket Team (@incricketteam) June 3, 2025
मैच विवरण -
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने आखिरकार इंडियन प्रीमियर लीग का अपना पहला खिताब जीत लिया है। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में आरसीबी ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर 17 साल की लंबी प्रतीक्षा को खत्म कर दिया। जैसे ही बेंगलुरु की जीत तय हुई, विराट कोहली की आंखों से आंसू छलक आए। टीम को इस ऐतिहासिक खिताब के लिए 18 साल का इंतजार करना पड़ा।
190 रनों का पीछा करते हुए पंजाब किंग्स ने अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन बीच में लगातार विकेट गिरते चले गए और टीम निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 184 रन ही बना सकी। इस दौरान क्रुणाल पंड्या का शानदार स्पैल और 17वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार की घातक गेंदबाजी ने मैच का रुख पलट दिया। भुवनेश्वर ने एक ही ओवर में नेहाल वढेरा और मार्कस स्टोइनिस को आउट कर बेंगलुरु को मजबूत स्थिति में ला दिया।
पंजाब की ओर से शशांक सिंह सबसे सफल बल्लेबाज़ रहे, जिन्होंने 30 गेंदों पर नाबाद 61 रनों की पारी खेली। जोश इंग्लिस ने भी 39 रनों का योगदान दिया। बेंगलुरु के लिए भुवनेश्वर कुमार और क्रुणाल पंड्या ने 2-2 विकेट लिए।
इससे पहले आरसीबी ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 190 रन बनाए थे और पंजाब को जीत के लिए 191 रनों का लक्ष्य दिया। विराट कोहली ने 35 गेंदों पर सर्वाधिक 43 रन बनाए, जबकि कप्तान रजत पाटीदार ने 16 गेंदों में 26 रन जोड़े। हालांकि टीम का कोई अन्य बल्लेबाज़ बड़ी पारी नहीं खेल सका। पंजाब की ओर से काइल जैमीसन और अर्शदीप सिंह ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 3-3 विकेट चटकाए।
की संगिनी अनुष्का ने भी उन्हें अपनी बाहों में भर लिया यह क्षण थे जिन्हें बयान नहीं किया जा सकता दोनों ही इस जीत पर बड़े भावुक थे यही एक ऐसी ट्रॉफी थी जिसकी जीत का स्वाद विराट कोहली को अभी तक नहीं मिला था।
इस जीत के बाद विराट कोहली ने कहा कि मैं पिछले 18 सालों से अपना हंड्रेड परसेंट इस टूर्नामेंट को और अपनी टीम को देते हुए आया हूं और खुद को फिट रखने के लिए मैंने जी जान लगा रखी थी जिसका फल आज जीत के रूप में मिला यह जीत पूरी टीम की है हर उसे खिलाड़ी की है जिसने इस जीत के लिए पसीना बहाया हमारी टीम मैनेजमेंट की है जिसने मुझ पर भरोसा किया बेंगलुरु के हर उस व्यक्ति की है जिसे हम में यकीन बनाये रखा। विराट ने इस जीत पर कहा आज मैं एक बच्चे की तरह सारे बोझ उतारकर सो सकूंगा क्योंकि आज मुझे इस जीत के संग बड़ी राहत है। विराट ने कहा की मैंने क्रिकेट के अपने करियर में हर फॉर्मेट में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश की है मैं अब रिटायरमेंट की दहलीज पर हूं मैं युवाओं से यही कहना चाहता हूं उन्हें टेस्ट क्रिकेट में बेहतर करना होगा तभी वह दिग्गज खिलाड़ी बन सकते हैं सफेद पोशाक ही हमें रंगीन पोशाक वाले टूर्नामेंट में बेहतर खिलाड़ी बनने का मौका देती है अगर अपनी जगह किसी भी टीम में पक्की करनी है तो टेस्ट मैच की अग्नि परीक्षा से गुजरना ही होगा।
विराट ने एक बार फिर कहा मैं इस टीम का टीम मैनेजमेंट का आयोजकों का अपने साथी खिलाड़ियों का और दर्शकों का आभारी हूं जिन्होंने मुझ में यकीन बनाकर रखा और मैं हमेशा अपनी टीम में यकीन रख इस जीत के लिए मैं हमेशा अपना तजुर्बा ऊर्जा खेल के सभी गुड़ मैदान पर लगाए जिसका रिजल्ट आखिरकार आज हमें मिल गया। विराट ने कहा मेरे पास शब्द नहीं है यह एक ऐसी फीलिंग है जिसके लिए मुझे लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा और जब उनकी टीम जीत रही थी तो उनकी आंखें बरस ही बरस रही थी और यह इतनी नाजुक पल थे कुछ छनों के लिए तो विराट आंसुओं में सराबोर होकर मैदान पर अपना माथा टेक कर ईश्वर का धन्यवाद कर रहे थे और इस वक्त पूरा भारत उन पर गर्व कर रहा था स्टेडियम में सब जगह विराट-विराट की गूंज थी और उनकी इस खुशी में सारे देश ने आतिशबाजी करके विराट को बधाई दी।