विश्व के शीर्ष तीन एविएशन बाजारों में भारत, 77 लाख को मिला रोजगार
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Yugvarta
, Jun 02, 2025 04:30 PM 0 Comments
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New Delhi :
नई दिल्ली, 2 जून : भारत की विमानन इंडस्ट्री ने उल्लेखनीय प्रगति करते हुए पैसेंजर ट्रैफिक के लिहाज से दुनिया के शीर्ष तीन बाजारों में अपनी जगह बना ली है। यह जानकारी इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के आंकड़ों में सामने आई है।
IATA में भारत, नेपाल और भूटान के निदेशक अमिताभ खोसला ने बताया कि, भारत का वैश्विक बाजार में तीसरे स्थान पर पहुंचना मजबूत एयरलाइनों, कनेक्टिविटी में विस्तार और एयरपोर्ट के ढांचे में सुधार के चलते संभव हो पाया है।
रोजगार और निवेश में अहम भूमिका निभा रहा एविएशन सेक्टर-
खोसला ने कहा कि एविएशन इंडस्ट्री देश में रोजगार, आर्थिक गतिविधियों, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत की एविएशन इंडस्ट्री का जीडीपी में 1.5 प्रतिशत योगदान है और यह क्षेत्र प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 77 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रहा है।
पर्यटन से अर्थव्यवस्था को बड़ा योगदान-
खोसला ने जानकारी दी कि वर्ष 2023 में इस इंडस्ट्री ने भारत की अर्थव्यवस्था में 53.6 अरब डॉलर का योगदान दिया। उन्होंने आगे बताया, “एविएशन द्वारा समर्थित पर्यटन, जीडीपी में 2,710 करोड़ रुपए का योगदान देता है। अंतरराष्ट्रीय पर्यटक वस्तुओं और सेवाओं की स्थानीय खरीद के माध्यम से अर्थव्यवस्था में सालाना 29.4 अरब डॉलर जोड़ते हैं।”
यात्रा और पर्यटन क्षेत्र की व्यापक हिस्सेदारी-
उन्होंने बताया, “कुल मिलाकर 2023 में यात्रा और पर्यटन क्षेत्र देश के सकल घरेलू उत्पाद का 6.5 प्रतिशत और कुल रोजगार का 8.9 प्रतिशत हिस्सा था।” रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि वर्ष 2023 में मध्य पूर्व 13.7 मिलियन यात्रियों के साथ भारतीय यात्रियों के लिए शीर्ष अंतरराष्ट्रीय गंतव्य रहा, इसके बाद एशिया-पैसिफिक और यूरोप का स्थान रहा।
एयरपोर्ट्स और इंटरनेशनल फ्लाइट्स में बढ़ोत्तरी-
वर्तमान में भारत में कुल 116 हवाई अड्डे कमर्शियल सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, जिनमें से 96 एयरपोर्ट सीधे कनेक्टिविटी की सुविधा देते हैं। इन एयरपोर्ट्स से प्रतिदिन 521 इंटरनेशनल आउटबाउंड उड़ानें संचालित होती हैं।
पिछले पांच वर्षों में 103 नए अंतरराष्ट्रीय रूट शुरू किए गए हैं। वर्तमान समय में देश में कुल 99 एयरलाइनें संचालन कर रही हैं।
कार्गो सेक्टर में भी भारत की मजबूत स्थिति-
भारत ने खुद को विश्व के छठे सबसे बड़े एयर कार्गो बाजार के रूप में स्थापित कर लिया है। वर्ष 2023 में भारत ने कुल 3.3 मिलियन टन हवाई माल का परिवहन किया।