उत्तराखंड : चारधाम यात्रा व्यवस्था को लेकर डीजीपी दीपम सेठ का बड़ा एक्शन – स्थलीय निरीक्षण, सख्त निर्देश
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Yugvarta
, Apr 29, 2025 10:36 PM 0 Comments
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Rishikesh : ऋषिकेश, 29 अप्रैल : उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने सर्वप्रथम ऋषिकेश में चारधाम यात्रा-2025 के दृष्टिगत विभिन्न पुलिस व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने चारधाम यात्रा ट्रांजिट कैंप (यात्रा रजिस्ट्रेशन कार्यालय) का औचक निरीक्षण कर पंजीकरण कक्ष, ऑफलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया, यात्रा पूछताछ एवं सहायता केंद्र, चिकित्सालय, पुलिस सहायता / खोया पाया केन्द्र जैसी विभिन्न व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों से फीडबैक प्राप्त कर यात्रा व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ एवं यात्री-हितैषी बनाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
ट्रांजिट कैंप में पुलिस, परिवहन, नगर निगम, स्वास्थ्य, पर्यटन आदि विभागों के
▪️ चार धाम यात्रा 2025 – पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड ने ऋषिकेश, मुनि की रेती (टिहरी) स्थित भद्रकाली और हरिद्वार में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं का किया स्थलीय निरीक्षण
▪️ श्रद्धालुओं/यात्रियों से सीधे संवाद कर जानी पंजीकरण अन्य व्यवस्थाओं की स्थिति
▪️ चारधाम यात्रा ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों को अनुशासित, संवेदनशील व समर्पित सेवा के निर्देश
▪️ हरिद्वार में थाना सिडकुल के नए भवन का शिलान्यास कर गुणवत्तापरक निर्माण के दिए निर्देश, CCR हरिद्वार में आयोजित उच्चस्तरीय गोष्ठी में समीक्षा कर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के भी दिए निर्देश
हेल्पडेस्क का निरीक्षण कर यात्रा को सफल बनाने हेतु सभी विभागों से समन्वय के साथ कार्य करने का आह्वान किया, जिससे हर श्रद्धालु की यात्रा सकुशल सम्पन्न हो और वे उत्तराखंड से यात्रा के अच्छे अनुभव लेकर जाएं।
डीजीपी ने यात्रियों/श्रद्धालुओं से सीधे संवाद कर पंजीकरण प्रक्रिया, उनके खाने व ठहरने की व्यवस्थाओं के संबंध में प्रत्यक्ष फीडबैक प्राप्त किया।
ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों से संवाद करते हुए निम्न निर्देश दिए गए –
▪️ सभी पुलिस बल समयबद्ध रूप से ड्यूटी पर उपस्थित रहें तथा यात्रियों से मधुर एवं सम्मानजनक व्यवहार बनाए रखें।
▪️ अन्य विभागों के साथ प्रभावी समन्वय स्थापित कर यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए।
▪️ रजिस्ट्रेशन केंद्रों पर अधिक भीड़ होने पर यात्रियों को वैकल्पिक काउंटरों पर डायवर्ट किया जाए।
▪️ पुलिस बल को चारधाम यात्रा मार्गों एवं प्रक्रियाओं की समुचित जानकारी होनी चाहिए।
▪️ ड्रोन निगरानी के आधार पर ट्रैफिक कंजेशन की सूचना मिलने पर तत्काल कार्यवाही कर यातायात सुचारु बनाया जाए।
▪️ QRTs व अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती संवेदनशील स्थलों पर सुनिश्चित की जाए।
▪️ पुलिस बल नियमित चेकिंग व सतर्क पर्यवेक्षण जारी रखें।
चार धाम यात्रा के महत्वपूर्ण स्थल मुनिकीरेती (टिहरी) स्थित भद्रकाली में SSP टिहरी द्वारा यात्रा रूट की ब्रीफिंग दी गई। डीजीपी ने पर्यटक पुलिस सहायता केंद्र का निरीक्षण कर तैनात कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि उन्हें यात्रा मार्गों व आपात सेवाओं की पूरी जानकारी होनी चाहिए, ताकि वे यात्रियों की सही व त्वरित सहायता कर सकें।
इस दौरान SSP देहरादून अजय सिंह, SSP टिहरी गढ़वाल आयुष अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जया बलोनी, अपर पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल जे.आर. जोशी, क्षेत्राधिकारी नरेंद्रनगर सुरेंद्र सिंह भंडारी, क्षेत्राधिकारी श्रीनगर अनुज कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
तत्पश्चात हरिद्वार में I.M.C. चौक स्थित थाना सिडकुल के नए भवन का विधिवत शिलान्यास कर निरीक्षण किया गया। डीजीपी ने भवन निर्माण को गुणवत्ता मानकों के अनुसार और समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए।
ऋषिकुल स्थित चारधाम पंजीकरण केंद्र एवं चमगादड़ टापू स्थित यात्री विश्राम गृह व पार्किंग क्षेत्र का निरीक्षण कर डीजीपी ने पंजीकरण काउंटर, सहायता कक्ष, पेयजल, शौचालय, भीड़ प्रबंधन व सुरक्षा व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। सभी व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखकर संचालित करने के निर्देश दिए गए।
डीजीपी ने कहा – “वर्दीधारी की उपस्थिति ही जनता के लिए आश्वासन का प्रतीक है, अतः सभी विभागों के मध्य प्रभावी समन्वय आवश्यक है।”
निरीक्षण उपरांत सीसीआर सभागार में चारधाम यात्रा की सुरक्षा व प्रबंधन को लेकर उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र राजीव स्वरूप, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
डीजीपी ने हरिद्वार को चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार बताते हुए इसकी पुलिस व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
प्रमुख निर्देश:
▪️ पंजीकरण केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाए।
▪️ आकस्मिक परिस्थितियों हेतु प्रभावी यातायात योजना तैयार हो।
▪️ पर्यटन पुलिस केंद्रों से लाउडस्पीकर के माध्यम से लगातार सूचना प्रसारित की जाए।
▪️ सभी चारधाम जनपदों के कंट्रोल रूम आपसी संपर्क में रहें व आवश्यकतानुसार फोर्स तैनात की जाए।
▪️ सभी सूचनाएं केंद्रीय चारधाम कंट्रोल रूम तक पहुंचे ताकि निगरानी व समन्वय मजबूत बना रहे।
अंत में डीजीपी ने कहा –
“मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोपरि है। चारधाम यात्रा आस्था का विषय है, अतः प्रत्येक अधिकारी व कर्मी संवेदनशीलता, तत्परता व निष्ठा से कार्य करे ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित व स्मरणीय यात्रा का अनुभव हो।”