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Yugvarta
, Dec 06, 2024 08:42 PM 0 Comments
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Lucknow :
हिंदू धर्म में विवाह से संबंधित कई त्यौहार मनाए जाते हैं, जिनका अपना धार्मिक और सामाजिक महत्व है। ऐसा ही एक पर्व है "विवाह पंचमी", जो भगवान राम और देवी सीता के दिव्य मिलन का प्रतीक है। यह दिन मर्यादा पुरुषोत्तम राम और देवी सीता के विवाह की वर्षगांठ के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। यही वजह की इस तिथि को पूजनीय माना जाता है। इस दिन किए गए धार्मिक कार्य और अनुष्ठान बहुत फलित होते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं विवाह पंचमी पूजा का मुहूर्त और विधि क्या है।
विवाह पंचमी कब है 2024
साल 2024 में विवाह पंचमी 06 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन मनचाहा वर पाने के लिए आपको राम सीता की विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए।
आपको बता दें कि विवाह पंचमी मार्गशीर्ष मास के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल यह तिथि प्रात: 12 बजकर 49 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 6 दिसंबर 2024 को प्रात: 12 बजकर 07 मिनट पर समाप्त।
विवाह पंचमी पूजा 2024 मुहूर्त
इस दिन पूजा का मुहूर्त सुबह 07 बजे से 10 बजकर 54 मिनट तक होगा। वहीं, शाम का मुहूर्त 06 बजकर 06 मिनट पर 05 बजकर 24 मिनट तक है।
विवाह पंचमी पूजा विधि
सूर्योदय से पहले स्नान करके मंदिर की सफाई करें। अब भगवान राम और माता सीता की तस्वीर एक चौकी पर स्थापित करें। इसके बाद भगवान राम और देवी सीता के विवाह का संकल्प लीजिए।
भगवान राम को पीले रंग और माता सीता को लाल रंग का वस्त्र चढ़ाएं। ये रंग दोनों को प्रिय है। फिर आप बालकाण्ड में विवाह प्रसंग का पाठ करें। अब मिठाई फल का भोग लगाकर राम सीता की आरती करें। अंत में प्रसाद का वितरण करें।
इस तरीके से विवाह पंचमी की पूजा करके आप माता सीता और भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
विवाह पंचमी का विधि-विधान से पूजा अर्चना करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। वहीं, जो अविवाहित लड़कियों को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है।