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Yugvarta
, Jan 13, 2022 09:26 PM 0 Comments
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Delhi :
रिलेशनशिप फियर्स का नाम तो आपने कई बार सुना होगा, लेकिन क्या आप वाकई जानते हैं आखिर क्या होता है रिलेशनशिप फियर। आखिर क्यों कुछ कपल्स इस डर के साए में जीने के लिए मजबूर हो जाते हैं। ऐसे में क्या है रिलेशनशिप फियर्स के कारण और निपटने के तरीके।
क्या होते हैं रिलेशनशिप फियर्स- जब दो लोग किसी रिश्ते में होते हैं और उन्हें हर समय अपने रिश्ते के टूटने का डर सताता रहता है, उसे रिलेशनशिप फियर्स कहा जाता है। इसे ऐसे समझें, जब किसी खास के खोने या दूर जाने का डर व्यक्ति को सताता है तो उसे रिलेशनशिप फियर्स का नाम दिया जाता है।
रिलेशनशिप फियर्स के कारण- -सम्मान न मिलने का डर -समझौता करने का डर
रिलेशनशिप फियर्स को दूर करने के उपाय- बात करें- अगर आपके मन में अपने रिश्ते को लेकर किसी तरह का डर है, तो इस बारे में अपने साथी के साथ बात करके इस समस्या का हल निकालें।
रिलेशनशिप फियर्स को दूर करने के उपाय- शक न करें- बिना किसी ठोस वजह अपने साथी पर शक न करें। अगर आपको लग रहा है कि आपका साथी किसी के साथ फोन या व्यक्तिगत रूप से अधिक बात करता है, जो आपको सही नहीं लगता, तो उन्हें उसके बारे में बताएं।
सम्मान करें- अपने पार्टनर की भावनाओं का सम्मान करें। आप चाहे साथी के साथ अकेले में रहें या परिवार और रिश्तेदारों के सामने हो, हमेशा पार्टरन की बातों का सम्मान करें। अगर इस दौरान उनकी कोई बात पसंद नहीं आती है, तो इस बारे में कभी भी लोगों के सामने उनसे बहन न करें।
आज है पुत्रदा एकादशी, इस एकादशी का व्रत करने से नि:संतान दंपतियों को उत्तम संतान की प्राप्ति होती है। साथ ही इससे संतान की आयु और आरोग्यता में भी वृद्धि होती है। आज के दिन भगवान विष्णु का विधिपूर्वक पूजन कर उनसे उत्तम संतान की प्रार्थना की जाती है। यह व्रत उन दंपतियों को भी करना चाहिए जिन्हें संतान सुख प्राप्त नहीं हो पा रहा हो। जिनकी कुंडली में किसी ग्रह दोष के कारण संतान सुख नहीं मिल रहा हो वे भी यह व्रत जरूर करें। यह व्रत उन दंपतियों को भी करना चाहिए जिनकी संतानें गलत रास्ते पर चली गई हैं और उनका कहना नहीं मानती।