मैनपुरी में डिंपल के खिलाफ BJP ने जयवीर को उतारा, सपा के गढ़ में क्या है योगी के मंत्री का कद?
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Yugvarta
, Apr 11, 2024 08:03 PM 0 Comments
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Lucknow :
मैनपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी ने राजवीर सिंह को उम्मीदवार बनाकर एक नया दांव खेला है. पिछले चुनाव में मैनपुरी सीट से मुलायम सिंह यादव ने जीत हासिल की थी. यहां बीजेपी सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को कड़ी टक्कर देने के मूड में है. इस बार डिंपल के लिए लड़ाई आसान नहीं है.
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर धुआंधार प्रचार किया जा रहा है. राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं. कई हाई प्रोफाइल सीटों पर लड़ाई दिलचस्प हो रही है, जिसमें उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट भी शामिल है. यहां समाजवादी पार्टी (सपा) ने डिंपल यादव को टिकट दिया है. वह मुलायम सिंह यादव की बहू और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी हैं. डिंपल के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने दिग्गज नेता जयवीर सिंह ठाकुर को उतारा है, जिसके बाद सियासी लड़ाई बेहद कठिन हो गई है.
मौजूदा समय में जयवीर सिंह मैनपुरी सदर सीट से विधायक हैं. उन्होंने विधानसभा चुनाव में सपा के अभेद्य किले को ढहा दिया, जिसका नतीजा यह हुआ कि पार्टी ने उन्हें योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद दिया. वह प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री हैं. अब लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाकर बीजेपी ने बड़ी सियासी चाल चली है क्योंकि राजवीर ठाकुर जाति से आते हैं और इस सीट पर ठाकुर समुदाय की संख्या ठीक-ठाक है. साथ ही साथ ओबीसी वोटर भी अच्छे-खासे हैं. इस चुनाव में बीजेपी का ओबीसी वोटर पर खासा फोकस है.
सपा की साख दांव पर
मैनपुरी सीट पर सपा को बीजेपी कड़ी टक्कर देने के मूड में है क्योंकि पार्टी अभी तक एक भी लोकसभा चुनाव यहां से नहीं जीती है. 1996 से समाजवादी पार्टी कब्जा जमाए हुए है और खुद सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव यहां से पांच बार चुनाव जीतकर संसद पहुचे हैं. सपा के लिए ये सुरक्षित सीट है, लेकिन इस बार डिंपल यादव के लिए लड़ाई आसान नहीं है. चुनाव संघर्षपूर्ण होने वाला है. फिलहाल वह इस सीट से सांसद हैं, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कन्नौज सीट से अपना भाग्य आजमाया था, लेकिन बीजेपी के सुब्रत पाठक से हार का सामना करना पड़ा.
जयवीर सिंह तीन बार चुने गए विधायक
बीजेपी ने राजवीर सिंह को उम्मीदवार बनाकर एक नया दांव खेला है. उनका प्रभाव केवल मैनपुरी सीट तक ही सीमित नहीं है बल्कि फिरोजाबाद में निर्वाचन क्षेत्र में भी अच्छी खासी पकड़ है. जयवीर सिंह फिरोजाबाद के करहरा गांव के रहने वाले हैं. उनकी राजनीति की शुरुआत यहीं से हुई है. सबसे पहले वह करहरा के ग्राम प्रधान बने. इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए, जहां वे कई पदों पर रहे हैं. इसके बाद वह मैनपुरी की घिरोर लोकसभा सीट से पहली बार 2002 में विधायक बने और उन्हें 2003 में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई. दूसरी बार साल 2007 में घिरोर सीट से ही जीतकर विधानसभा पहुंचे और राज्यमंत्री बनाए गए. जयवीर सिंह सपा और बसपा दोनों ही पार्टियों की सरकारों में मंत्री रहे हैं.