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सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जिले की एक नदी को करें पुनर्जीवित : मुख्यमंत्री
Go Back | Yugvarta , Jun 05, 2025 07:46 PM
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News Image Ayodhya : 
अयोध्या, 5 जून। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को आंजनेय सेवा संस्थान में आयोजित 13वें सरयू जयंती महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में अयोध्या के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व को रेखांकित करते हुए नदियों के पुनर्जनन, विकास कार्यों और उत्तर प्रदेश की नई पहचान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों से कह दिया गया है कि वो अपने अपने जिले की एक नदी को पुनर्जीवित करें। नदियों में न सीवर डाला जाए, न नाले गिराए जाएं, न मरे हुए जानवर फेंके जाएं। साथ ही नदियों के किनारे व्यापक रूप से पौधरोपण अभियान चलाया जाए। इस वर्ष 35 करोड़ पौधों का रोपण नदियों के किनारे किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि नदियां धरती माता का आधार हैं और इनके संरक्षण से ही पर्यावरण, जीव-जंतु और मानव जीवन सुरक्षित रह सकता है। उन्होंने मां सरयू के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान राम ने अयोध्या का जिक्र करते हुए मां सरयू का नाम लिया था। सरयू अयोध्या की आत्मा है और इसका संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है।

मां गंगा और भगीरथ की तपस्या का किया उल्लेख-

मुख्यमंत्री ने गंगा दशहरा के अवसर पर मां गंगा के अवतरण की चर्चा की। उन्होंने कहा कि अयोध्या में ही भगवान भगीरथ ने अपने पूर्वज महाराज सगर के पुत्रों के उद्धार के लिए लंबी साधना की और मां गंगा को धरती पर लाए। मां गंगा न केवल मुक्ति और भुक्ति का कारक हैं, बल्कि भारत और विश्व का अन्न भंडार भी इन्हीं के कारण समृद्ध है। मां गंगा का मैदानी भाग दुनिया की सबसे उर्वर भूमि है।उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया ने मां गंगा के तट पर आयोजित इस महोत्सव को देखा, जो भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है।

अयोध्या के बदलते स्वरूप की चर्चा-

मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि 10 साल पहले जो असंभव लगता था, वह आज संभव हो चुका है। आज अयोध्या का वैभव देखकर लोग अभिभूत और आश्चर्यचकित हैं। उन्होंने बताया कि अयोध्या में अब 4-लेन और 6-लेन की सड़कें, वाटर एटीएम और अन्य जनसुविधाओं का विकास हुआ है। अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण पूरा हो चुका है, और यह शहर देश की पहली सोलर सिटी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या का सोलर सिटी बनना गर्व की बात है।

उन्होंने कहा कि अयोध्या के इस वैभव ने न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे भारत का सम्मान विश्व पटल पर बढ़ाया है। आज जो भी अयोध्या आता है, वह अभिभूत होकर जाता है। अयोध्या की यह प्रगति उत्तर प्रदेश और भारत की नई पहचान का प्रतीक है।

नये भारत का प्रतीक है उत्तर प्रदेश-

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश की प्रगति पर गर्व जताते हुए कहा कि यूपी अब नये भारत का उत्तर प्रदेश बन रहा है। यह विकास के नए कीर्तिमान रच रहा है। आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, दंगा और अपराधमुक्त वातावरण, नौजवानों के लिए रोजगार, महिलाओं और व्यापारियों के लिए भयमुक्त माहौल यूपी की नई पहचान है। उन्होंने कहा कि पहले लोग उत्तर प्रदेश का नाम सुनकर नाक-भौं सिकोड़ते थे, लेकिन आज यूपी का नाम गौरव की अनुभूति कराता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या धाम की तरह ही आज पूरा उत्तर प्रदेश चमक रहा है। यूपी अब विकास, संस्कृति और आधुनिकता का संगम बन चुका है।

पर्यावरण और आपदा प्रबंधन पर जोर-

मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण को आपदा प्रबंधन से जोड़ा। उन्होंने कहा कि नदियां रहेंगी, तभी धरती माता, पर्यावरण और जीव-जंतु सुरक्षित रहेंगे। इससे प्राकृतिक आपदाएं भी हमारा बाल बांका नहीं कर पाएंगी। उन्होंने सभी से नदियों और पर्यावरण के संरक्षण में योगदान देने की अपील की।

देश-दुनिया के सभी सनातन धर्मावलंबियों को दी शुभकामनाएं-

उन्होंने राम मंदिर में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सभी सनातन धर्मावलंबियों को बधाई दी और अयोध्या के वैभव को विश्व पटल पर स्थापित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज सरयू जयंती महोत्सव के साथ-साथ राम मंदिर में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा का पावन अवसर है। इसके लिए मैं देश-दुनिया के सभी सनातन धर्मावलंबियों को हार्दिक बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि अयोध्या आज एक नए युग की शुरुआत का साक्षी बन रही है। भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा ने 500 वर्षों के लंबे इंतजार को समाप्त कर भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण को गति दी है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जगद्गुरू स्वामी संतोषाचार्य जी महाराज 'सतुआ बाबा', महंत अवधेश दास जी महाराज, महंत रामशरण दास जी महाराज, महंत राजकुमार दास जी महाराज, महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, मिथिलेश नंदनीशरण जी महाराज, रामदास जी महाराज, गिरीश दास जी महाराज, वैदेहीवल्लभ जी महाराज, महंत शशिकांत दास जी महाराज, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विधायकगण वेद प्रकाश गुप्ता, रामचंद्र यादव, अमित सिंह चौहान, चंद्रभानू पासवान, अभय सिंह सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
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