Navratri puja vidhi & mantra : आइए जानते हैं नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा विधि, मंत्र, आरती
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Yugvarta
, Mar 24, 2025 10:21 AM 0 Comments
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Lucknow :
Chaitra navratri Durga Puja 2025 : चैत्र नवरात्रि 30 मार्च दिन रविवार से शुरू हो रही है, जिसका समापन 6 अप्रैल दिन रविवार को होगा. इस दौरान पूरे 9 दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा अर्चनी की जाएगी. नवरात्रि पूजा में सुबह-शाम मां की आरती और पाठ किया जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं नवरात्रि (navratri puja vidhi) में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा विधि (maa durga puja vidhi, mantra, significance), मंत्र, आरती और महत्व...
साल 2025 में कब है चैत्र नवरात्रि , जानिए यहां डेट, मुहूर्त पूजा विधि और मंत्र
पहला दिन - मां शैलपुत्री
आरती
शैलपुत्री मां बैल असवार। करें देवता जय जयकार।
शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी
पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे।
ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू। दया करे धनवान करे तू।
सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी।
उसकी सगरी आस पुजा दो। सगरे दुख तकलीफ मिला दो।
घी का सुंदर दीप जला के। गोला गरी का भोग लगा के।
श्रद्धा भाव से मंत्र गाएं। प्रेम सहित फिर शीश झुकाएं।
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जय गिरिराज किशोरी अंबे। शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे।
मनोकामना पूर्ण कर दो। भक्त सदा सुख संपत्ति भर दो।
मंत्र -या देवी सर्वभूतेषु शैलपुत्री रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
जय सिद्धिदात्री माँ तू सिद्धि की दाता।
तु भक्तों की रक्षक तू दासों की माता॥
तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि।
तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि॥
कठिन काम सिद्ध करती हो तुम।
जभी हाथ सेवक के सिर धरती हो तुम॥
तेरी पूजा में तो ना कोई विधि है।
तू जगदम्बें दाती तू सर्व सिद्धि है॥
रविवार को तेरा सुमिरन करे जो।
तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो॥
तू सब काज उसके करती है पूरे।
कभी काम उसके रहे ना अधूरे॥
तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया।
रखे जिसके सिर पर मैया अपनी छाया॥
सर्व सिद्धि दाती वह है भाग्यशाली।
जो है तेरे दर का ही अम्बें सवाली॥
हिमाचल है पर्वत जहां वास तेरा।
महा नंदा मंदिर में है वास तेरा॥
मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता।
भक्ति है सवाली तू जिसकी दाता॥
मंत्र - या देवी सर्वभूतेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः'.
नवरात्रि पूजा विधि
नवरात्रि के दौरान ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करिए. इसके बाद पूजा स्थल पर गंगाजल छिड़क लीजिए. अब आप घर के मंदिर दीपक जलाएं. फिर मां की प्रतिमा पर आप अक्षत, सिंदूर और लाल पुष्प अर्पित करें. इसके बाद दुर्गा आरती करें और अंत में मां को भोग लगाकर प्रसाद सबको वितरित कर दीजिए.
नवरात्रि महत्व
चैत्र नवरात्रि में सच्चे मन से पूजा अर्चना और विधि-विधान से मंत्र और आरती करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है. साथ ही मान्यता है सच्चे मन से पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. युगवार्ता इसकी पुष्टि नहीं करता है.)