Traffic System In UP: मुख्यमंत्री योगी की नाराजगी के बाद प्रदेश की यातायात व्यवस्था को संभालने के लिए 4726 होमगार्ड जवान तैनात
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Yugvarta
, Aug 07, 2022 12:10 PM 0 Comments
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Lucknow : Traffic System Of UP प्रदेश की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शासन ने हर स्तर पर अपने प्रयास तेज कर दिये हैं। इसी कड़ी में होमगार्ड विभाग ने विभिन्न जिलों में ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए जवानों को और तत्परता बरतने के निर्देश दिए हैं।
यातायात व्यवस्था संभालने के लिण् तैनात किए गए होमगार्ड
पुलिस के साथ 4726 होमगार्डों को यातायात व्यवस्था (Traffic System) संभालने में लगा दिया गया है। 5531 और होमगार्ड जवानों को यातायात ड्यूटी में लगाने के लिए जिला कमांडेंट को विस्तृत निर्देश दिए गए हैं।
लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर लगे जाम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यातायात
उत्तर प्रदेश के जिलों को जाम से छुटकारा दिलाने और यातायात व्यवस्था संभालने के लिए 4726 होमगार्ड जवानों को तैनात किया गया है। बता दें कि लखनऊ और उसके आसपास के जिलों में जाम लगने की समस्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद नाराजगी जातई थी।
व्यवस्था (Traffic System) को लेकर कड़े निर्देश दिए थे। इसके बाद शासन में इसे लेकर लगातार बैठकें हो रही हैं।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने यातायात में 10 हजार पुलिसकर्मी व 10 हजार होमगार्ड लगाने का निर्देश दिया था। इसके बाद पुलिस के साथ-साथ होमगार्ड विभाग ने भी तेजी पकड़ी है।
अपर मुख्य सचिव, होमगार्ड अनिल कुमार ने बताया कि यातायात व्यवस्था (Traffic System) में 4726 जवान उपलब्ध कराए जा चुके हैं। जिलों में अब 5531 और होमगार्ड को यातायात में लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
यातायात (Traffic) में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाने के लिए डीजीपी डीएस चौहान ने भी कड़े निर्देश दिए हैं।
डीजीपी डीएस चौहान ने कहा है कि जिलों में पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण कराकर यातायात संभालने में लगाया जाए। उल्लेखनीय है कि डीजीपी ने ट्रैफिक पुलिस की तीन पाली में 24 घंटे ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया है।
नाकारा यातायात पुलिसकर्मी चिन्हित कर किए जाएंगे बाहर
ट्रैफिक से नाकारा यातायात पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर बाहर किये जाने के निर्देश दिए हैं।
लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर लगे भीषण जाम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी नाराजगी जताई थी। इसके बाद शासन प्रदेश की यातायात व्यवस्था (Traffic System) को सुधारने में जुट गया है।
इसके लिए लगातार कड़े निर्देश दिये जा रहे हैं। इसी कड़ी में यातायात को लेकर राजपत्रित अधिकारियों का उत्तरदायित्व भी तय किया जा रहा है।
लखनऊ में आसपास के जिलों से आने वाले यातायात (Traffic) को डायवर्ट करने के लिए एसओपी भी बनाई जा रही है। इसी तर्ज पर अन्य बड़े शहरों में भी एसओपी बनाने के निर्देश दिये गए हैं।
इसके बाद यातायात डायवर्जन में कहीं कोई बदलाव वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति के बाद ही संभव होगा। साथ ही जिलों की पुलिस के बीच यातायात को लेकर आपसी समन्वय बढ़ाने के निर्देश भी दिये गए हैं।
इससे किसी राजमार्ग पर यातायात (Traffic System) का दबाव बढ़ने पर संबंधित जिलों में समय रहते डायवर्जन लागू किये जा सकें और वहां वरिष्ठ अधिकारियों की भी मौजूदगी भी सुनिश्चित की जा सके।
प्रदेश में यातायात व्यवस्था को पूरी तरह से पटरी पर लाने के लिए अब बड़े अधिकारियों का भी उत्तरदायित्व तय किया जा रहा है। कहीं भी बड़ा डायवर्जन लागू होने की स्थिति में मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों को भी मौजूद रहना होगा।