Lucknow : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में नया घाट चौराहे को लता मंगेशकर स्मृति चौक के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने आगामी 31 जुलाई तक इसकी डिजाइन को अंतिम रूप से तय करते हुए प्रस्तुत करने और हर हाल में विकास कार्यों को अगस्त माह के अंत तक पूरा करने का निर्देश दिया है।
इस सिलसिले में बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु राम के सर्वाधिक भजन लता जी ने गाए हैं। नया घाट चौराहा प्रभु राम की नगरी अयोध्या में सांस्कृतिक महत्व के विभिन्न स्थानों को जोड़ने वाले प्रमुख स्थलों में से एक है। स्मृतिमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में नया घाट चौराहे को लता मंगेशकर स्मृति चौक के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने आगामी 31 जुलाई तक इसकी डिजाइन को अंतिम रूप से तय करते हुए प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
चौक पर दिवंगत स्वर साम्राज्ञी के जीवन और व्यक्तित्व को दर्शाने वाले महत्वपूर्ण पहलू जैसे संगीत क्षेत्र में उनकी उपलब्धि, आत्मा को छूने वाली उनकी आवाज, शालीन व्यक्तित्व आदि को स्थान दिया जाए।
स्मृति चौक के मध्य में वाग्देवी सरस्वती के वाद्ययंत्र 'वीणा' को अवश्य चित्रित करें। यहां अन्य शास्त्रीय वाद्ययंत्र भी प्रदर्शित किए जाएं। चौक के चारों ओर लता जी के संगीत क्षेत्र में सक्रियता के दशकों को प्रदर्शित किया जाना चाहिए। यहां दीप स्तंभ भी स्थापित किया जाए और म्यूजिकल फाउंटेन बनाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लता मंगेशकर की स्मृति को जीवंत बनाने के लिए अयोध्या में 'स्मृति चौक' विकसित करने के विचार के साथ बीते जून माह में एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। यह सुखद है कि प्रतियोगिता में प्राप्त प्रविष्टियां स्मृति चौक को भव्य, प्रतिष्ठित और नैसर्गिक स्वरूप देने की हमारी मंशा को सफल बनाने वाली हैं। इस वैश्विक डिजाइन प्रतियोगिता में दो लाख से अधिक छात्रों और 150 से अधिक प्रमुख राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय संस्थानों को आम आमंत्रित किया गया था।
उत्तर प्रदेश के साथ-साथ गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, बिहार, मणिपुर, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, राजस्थान आदि राज्यों के अनेक नवाचारी रचनात्मक युवाओं ने इस प्रतियोगिता के माध्यम से अपनी कलात्मकता और इनोवेटिव सोच को प्रस्तुत किया है। सभी में कुछ न कुछ अनुपम, अद्भुत है। अंतिम डिजाइन में सभी प्रविष्टियों के जरूरी विचारों को समाहित किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चौक विकास की कार्ययोजना में अयोध्या की संस्कृति, लोकाचार, इतिहास और विकास से संबंधित भविष्य की महत्वाकांक्षी रूपरेखा के बीच सामंजस्य होना चाहिए। स्मृति चौक पर अयोध्या की वैभवपूर्ण समृद्ध विरासत और संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए तथा चौक के डिजाइन को पैदल चलने वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए उपयुक्त सड़क डिजाइन, भूमिगत पार्किंग सुविधाओं के साथ तैयार किया जाए।