Lucknow : प्रदेश के 100 आकांक्षात्मक विकासखंडों में मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम के अंतर्गत शोधार्थियों के चयन के लिए शासन ने प्रक्रिया तय कर दी है। शोधार्थी के चयन के लिए इच्छुक अभ्यर्थी को नियोजन विभाग की वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन करना होगा। प्राप्त आवेदनों की स्क्रीनिंग के लिए वरिष्ठ अधिकारियों/विषय विशेषज्ञों की कमेटी गठित की जाएगी।
प्रत्येक विकासखंड में होगा एक शोधार्थी का चयन: कमेटी द्वारा आवेदकों की आब्जेकिटव स्कोरिंग के लिए शासन ने मानक तय कर दिए हैं। योगी सरकार ने 100 आकांक्षात्मक विकासखंडों में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के मूल्यांकन के लिए प्रत्येक विकासखंड में मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना केयोगी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में प्रदेश में विकास योजनाओं में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना शुरू करने जा रही है। इस योजना में युवाओं को जोड़ा जाएगा। युवा स्थानीय लोगों से मिलकर उनकी जरूरतों का अध्ययन करेंगे और उनके पूरा करने के तरीकों का भी पता लगाएंगे।
तहत एक शोधार्थी का चयन करने का निर्णय किया है।
मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए कंप्यूटर व आइटी का ज्ञान जरूरी: चयनित अभ्यर्थियों को पारिश्रमिक के रूप में 30 हजार रुपये प्रतिमाह के अलावा क्षेत्र भ्रमण के लिए हर महीने 10 हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा। उन्हें टैबलेट खरीदने के लिए एकमुश्त 15 हजार रुपये दिए जाएंगे। अभ्यर्थियों के पास प्रमुख संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों से न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक या उच्च शैक्षिक योग्यता होनी चाहिए। आवेदकों को कंप्यूटर व आइटी का ज्ञान जरूरी है।
मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम शोधार्थियों के चयन के लिए तय किए गए अंक और मानक: अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। शैक्षिक योग्यता और कार्य अनुभव के आधार पर अभ्यर्थियों के मूल्यांकन के लिए अधिकतम 50 अंक निर्धारित किये गए हैं। इसमें उच्चतम शैक्षिक योग्यता के लिए अधिकतम 25 अंक होंगे। स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए 15, स्नातकोत्तर उत्तीर्ण के लिए 20 और पीएचडी पूरी कर थीसिस प्रस्तुत करने वालों के लिए 25 अंक तय किये गए हैं।
इन कार्यों पर भी किया गया फोकस: प्रतिष्ठित संस्थान से डिग्री प्राप्त करने पर तीन अंक, प्रतिष्ठित राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय प्रकाशनों में प्रकाशित शोध कार्य/लेख के लिए तीन अंक, राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय संस्थान/मंच की ओर से दिये गए पुरस्कार के लिए तीन अंक, संगठनों के साथ स्वयंसेवा के लिए तीन अंक और किसी अन्य विशिष्ट उपलब्धि के लिए तीन अंक निर्धारित किये गए हैं।
मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम में व्यक्तित्व, सामान्य ज्ञान और कार्य के प्रति उत्साह से किया जाएगा आंकलन: प्रासंगिक कार्य अनुभव के लिए अधिकतम 10 अंक होंगे। इसमें छह माह से दो वर्ष तक के कार्य अनुभव के लिए पांच अंक तथा दो साल से अधिक के कार्य अनुभव के लिए 10 अंक होंगे। साक्षात्कार में अभ्यर्थियों के व्यक्तित्व, सामान्य ज्ञान और कार्य के प्रति उत्साह का आंकलन किया जाएगा। अभ्यर्थियों की ओर से आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत उद्देश्य के विवरण के आधार पर 25 अंकों में से स्कोर दिया जाएगा।
इन क्षेत्रों में अध्ययन करने वाले युवाओं का होगा चयन
कृषि, ग्रामीण विकास, पंचायतीराज एवं संबद्ध क्षेत्र
वन, पर्यावरण एवं जलवायु3- शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पोषण एवं कौशल विकास
ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा5- पर्यटन एवं संस्कृति
डाटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आइटी, आइटीईएस, जैव प्रौद्योगिकी, मशीन लर्निंग डाटा गवर्नेंस
बैंकिंग, वित्त एवं राजस्व8-लोक नीति एवं गवर्नेंस
कुल प्राप्त अंकों के योग के आधार पर अवरोही क्रम में शीर्ष 100 अभ्यर्थियों का योजना के नियमों व शर्तों के अधीन चयन किया जाएगा। इसके अलावा 50 अभ्यर्थियों को प्रतीक्षा सूची में रखा जाएगा। समान अंक प्राप्त करने पर अधिक आयु वाले अभ्यर्थी को वरीयता क्रम में ऊपर रखा जाएगा। चयनित अभ्यर्थियों को दो सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा।