» ज्योतिष/धर्म/वास्तु
Sawan 2022 Second Monday: सावन के दूसरे सोमवार पर बन रहे एक साथ तीन शुभ संयोग, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Go Back | Yugvarta , Jul 24, 2022 10:59 AM
0 Comments


0 times    0 times   

News Image Desk :  Sawan 2022 Second Monday: हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का दूसरा सोमवार 25 जुलाई को पड़ रहा है। इस दिन सोम प्रदोष की तिथि भी पड़ रही है।। ऐसे में ये दिन और भी ज्यादा खास हो गया है। सावन का सोमवार के साथ-साथ प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है। इसके साथ ही इस दिन काफी खास योग बन रहे हैं। ऐसे में शिवजी के साथ माता पार्वती की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी और हर तरह के दुखों से निजात मिलेगी। सावन के दूसरे सोमवार को शाम के समय त्रयोदशी लग जाने से इस दिन

Sawan 2022 Second Monday सावन का दूसरा सोमवार काफी खास होने वाला है। क्योंकि इस दिन प्रदोष व्रत के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग और कई शुभ योग बन रहे हैं। जानिए सावन के दूसरे सोमवार के दिन कैसे करें शिवजी की पूजा

सोम प्रदोष व्रत हो गया है। जानिए सावन के दूसरे सोमवार का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।

सावन के दूसरे सोमवार को बन रहे हैं ये खास योग
पंचांग के अनुसार सावन के दूसरे सोमवार के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ अमृत योग और धुव्र योग बन रहा है। ऐसे शुभ संयोगों में भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है।

सावन सोमवार का शुभ मुहूर्त
सर्वार्थ सिद्धि योग - 25 जुलाई को सुबह 5 बजकर 38 मिनट से शुरू होकर 26 जुलाई को दोपहर 1 बजकर 14 मिनट तक

अमृत सिद्धि योग- 25 जुलाई को सुबह 5 बजकर 38 मिनट से शुरू होकर 26 जुलाई को दोपहर 1 बजकर 14 मिनट तक

धुव्र योग - 24 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 1 मिनट से शुरू होकर 25 जुलाई को दोपहर 3 बजकर 3 मिनट तक

अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 48 मिनट से दोपहर 12 बजकर 41 मिनट तक।

सावन के दूसरे सोमवार की पूजा विधि
सावन के दूसरे सोमवार के दिन प्रातःकाल सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान आदि करके व्रत का संकल्प लें।
भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति रखकर उनका जलाभिषेक करें।
किसी मंदिर में या फिर घर पर ही शिवलिंग एक चौकी में स्थापित करके दूध, गंगाजल, शहद, पंचामृत आदि से अभिषेक करें।
शिवलिंग में फूल, धतूरा, शमी, बेलपत्र, मदार के फूल आदि चढ़ाएं।
मंत्रोच्चार सहित शिव को सुपारी, पंच अमृत, नारियल आदि चढ़ाएं।
माता पार्वती जी को सोलह श्रृंगार की चीजें चढ़ाएं।
इसके बाद धूप, तिल के तेल का दीप और अगरबत्ती जलाएं।
इसके बाद ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
पूजा के अंत में शिव चालीसा और शिव आरती का पाठ करें।
पूजा समाप्त होने के बाद भूल चूक के लिए माफी मांग लें।
पूजा समाप्त होते ही प्रसाद हर किसी को बांट दें।
सुबह और सायं के समय भगवान शिव की प्रार्थना करें।
शाम को पूजा समाप्त करने के बाद व्रत खोलें और सामान्य भोजन करें।
  Yugvarta
Previous News Next News
0 times    0 times   
(1) Photograph found Click here to view            | View News Gallery


Member Comments    



 
No Comments!

   
ADVERTISEMENT




Member Poll
कोई भी आंदोलन करने का सही तरीका ?
     आंदोलन जारी रखें जनता और पब्लिक को कोई परेशानी ना हो
     कानून के माध्यम से न्याय संगत
     ऐसा धरना प्रदर्शन जिससे कानून व्यवस्था में समस्या ना हो
     शांतिपूर्ण सांकेतिक धरना
     अपनी मांग को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाना
 


 
 
Latest News
मुजफ्फरनगर प्रबुद्ध सम्मेलन : पिछली सरकारों ने
अयोध्या से रामेश्वरम तक की पदयात्रा करने
एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना के आठ
CM केजरीवाल ED कस्टडी एक अप्रैल तक
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बोले- सरकार अग्निवीर योजना
Lok Sabha Election / पटना में कल
 
 
Most Visited
भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी प्रमुख
(431 Views )
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संभल में किया
(420 Views )
Lok Sabha Election 2024: BJP
(330 Views )
गुरु रविदास जी महाराज के 647वें प्रकाश
(323 Views )
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी लाइव : यूपी मतलब
(264 Views )
Lok Sabha Elections / बज गया चुनाव
(237 Views )