सेना का बड़ा बयान : किसी भी हाल में वापस नहीं होगी 'अग्निपथ स्कीम', FIR में नाम तो नहीं बन पाएंगे अग्निवीर
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Yugvarta
, Jun 19, 2022 08:25 PM 0 Comments
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Delhi :
अग्निपथ स्कीम को लेकर सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पूरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर समीक्षा बैठक के बारे में खबर दी। उन्होंने कहा कि यह सुधार लंबे वक़्त से लंबित था। हम इस सुधार के साथ देश की तीनों सेनाओं में युवावस्था तथा अनुभव का अच्छा मिश्रण लाना चाहते हैं। आज बड़े आँकड़े में सैनिक अपने 30 के दशक में हैं तथा अफसरों को पहले की तुलना में बहुत बाद में कमान मिल रही है। सेनाओं की उम्र कम करना हमारी प्राथमिकता है। हम चाहते हैं कि भारत की तीनों सेनाओं में होश एवं जोश का अच्छा मिश्रण हो।
लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष तकरीबन 17,600 लोग तीनों सेवाओं से वक़्त से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने का प्रयास नहीं किया कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे। ‘अग्निवीरों’ को सियाचिन एवं अन्य क्षेत्रों में तैनाती पर वही भत्ता प्राप्त होगा जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों पर लागू होता है। सेवा शर्तों में अग्निवीरों के लिए कोई पक्षपात नहीं होगा। अगले 4-5 सालों में, हम (सैनिकों का) 50-60,000 तक भर्तियां करेंगे और बाद में यह बढ़कर 90,000 से 100000 हो जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया की भारतीय सशस्त्र बलों की इस स्कीम की सख्त आवश्यकता है, इसलिए इसको वापस लेने का सवाल नहीं खड़ा होता। भविष्य में तीनों सेनाओं में अधिकारी रैंक के नीचे की सभी भर्तियां ‘अग्निपथ योजना’ के माध्यम से ही होंगी।
इसके साथ ही अग्निपथ योजना को वापस लेने की किसी भी संभावना से सेना ने मना किया है। सेना ने कहा संयुक्त बयान में कहा है कि अग्निपथ योजना वापस नहीं होगी। सेना ने अपने अहम बयान में कहा है कि कोचिंग संस्थान छात्रों को भड़का तथा उकसा रहे हैं। ले। ज। अनिल पुरी ने कहा कि उन्हें हिंसा और प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा FIR में नाम आया तो अग्निवीर नहीं बन पाएंगे।