» रोचक संसार
गाय सड़क के बीच में ही क्यों बैठती है,जानिए क्यों ?
Go Back | Yugvarta , Jun 19, 2022 08:03 PM
0 Comments


0 times    0 times   

News Image Delhi : 
देश में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। किसी सड़क या राजमार्ग से गुजरते समय आपकी नज़र सड़क के बीचों-बीच खड़ी गायो पर जरूर पड़ी होगी। आपने मैं मे ये प्रश्न भी जरूर आया होगा कि गाय सड़क के बीच क्यों बैठती है?


गाय सड़क के बीच में ही क्यों बैठती है:
गाय को मध्य या सड़क के किनारे या डिवाइडर पर बैठना पसंद है क्योंकि चलती तेजी से यातायात मक्खियों और कीड़े से जानवरों के शरीर से दूर हो जाता है, और जानवर को हर बार अपनी पूंछ को हिलाने की आवश्यकता नही पड़ती है। इस प्रकार वे सड़कों पर बैठने में आसान, आराम और सहज पाते हैं।


यह आम तौर पर भारत में मानसून / बरसात के मौसम में होता है। क्योंकि उस समय, सड़के सबसे अच्छी जगह हैं जो मिट्टी, पानी और कीड़ों के बिना स्वच्छ हैं। इसलिए यह पानी, कीचड़, मक्खियों और कीड़ों से बचने के लिए सड़क पर बैठने के लिए पशु वृत्ति है। जो इन्हें इस सब समस्याओं से मुक्ति दिलाती है। लेकिन इन सब मे उनको जान का खतरा जरूर रहता है।
  Yugvarta
Previous News Next News
0 times    0 times   
(1) Photograph found Click here to view            | View News Gallery


Member Comments    



 
No Comments!

   
ADVERTISEMENT




Member Poll
कोई भी आंदोलन करने का सही तरीका ?
     आंदोलन जारी रखें जनता और पब्लिक को कोई परेशानी ना हो
     कानून के माध्यम से न्याय संगत
     ऐसा धरना प्रदर्शन जिससे कानून व्यवस्था में समस्या ना हो
     शांतिपूर्ण सांकेतिक धरना
     अपनी मांग को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाना
 


 
 
Latest News
होलिका दहन 2024
Lok Sabha Election / समाजवादी पार्टी ने
Lucknow Shocker: इंसान का कटा हाथ मुंह
लोकसभा चुनाव से पहले अनुराधा पौडवाल बीजेपी
देहरादून-लखनऊ के बीच 26 मार्च से चलेगी
उत्तराखंड: 7 चरणों में होगा लोकसभा चुनाव,
 
 
Most Visited
भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी प्रमुख
(425 Views )
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संभल में किया
(415 Views )
Lok Sabha Election 2024: BJP
(320 Views )
गुरु रविदास जी महाराज के 647वें प्रकाश
(313 Views )
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी लाइव : यूपी मतलब
(253 Views )
#YogiWithYouth,सीएम ने निरस्त की पुलिस भर्ती परीक्षा
(220 Views )