माता वैष्णो देवी मंदिर के पास त्रिकुटा पहाड़ियों के जंगलों में लगी भीषण आग, यात्रा पर कोई असर नहीं
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Yugvarta
, Dec 22, 2021 12:57 PM 0 Comments
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Jammu : माता वैष्णो देवी मंदिर के नीचे त्रिकुटा पहाड़ियों के जंगलों में शाम को संदिग्ध परिस्थितियों में भीषण आग लग गई। हालांकि सुबह होने तक दमकल विभाग के कर्मचारियों ने वायु सेना की मदद से लगभग पर आग पर काबू पा लिया है। अभी भी कहीं-कहीं से धुआं निकल रहा है। आग को पूरी तरह से काबू पाने के लिए काम किया जा रहा है। आग पर तुरंत काबू पाने के लिए जिला प्रशासन ने भारतीय वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टरों की भी मदद ली है। हैलीकाप्टरों ने सलाल बांध से पानी भरकर आग पार छिड़का जिसकी वजह से समय रहते आग
रियासी के डिप्टी कमिश्नर रविंदर कुमार का कहना था कि आग को बेकाबू होता देख भारतीय वायु सेना से मदद मांगी गई। “आज सुबह लगभग 630 बजे वायु सेना स्टेशन उधमपुर से दो एमआई-17 हेलीकाप्टर आग पर काबू पाने के काम में जुट गए।
पर काबू पाया जा सका। श्राइन बोर्ड के फायरमैन, दमकल विभाग के कर्मचारियों समेत करीब 200 से अधिक लोग इस अभियान में जुटे हुए हैं। जंगल में लगी आग से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है और यात्रा भी सुचारू रूप से जारी है।
ये आग पैंथल रोड स्थित हेलीकाप्टर बेस के ऊपर वाले इलाके में लगी थी। इस वजह से कटरा से सांझी छत जाने वाली हेलीकॉप्टर सेवा को भी बंद कर दिया गया था। एहतियात के तौर पर हेलीकॉप्टर कंपनियों हिमालय और ग्लोबल वेक्ट्रा ने लैंडिंग बेस को माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय में स्थानांतरित कर दिया था। हालांकि आज सुबह आग पर काबू पा लिए जाने के बाद हेलीकाप्टर सेवा सामान्य रूप से बहाल कर दी गईं है।
डीएफओ रियासी, डॉ जतिंद्र सिंह ने बताया कि आग लगने के कारणों का फिलहाल अभी पता नहीं चल पाया है। यह पता चला है कि आग बाणगंगा से सटे रिज क्षेत्रों से शुरू हुई। बाद में यह बढ़ते हुए कटरा हेलीपैड के पास के जंगल तक पहुंच गई। जंगल की आग अक्सर ट्रेकर्स की लापरवाही से शुरू होती है। ये लोग ट्रेकिंग के दौरान आग को जलता हुए छोड़ देते हैं जो बाद में फैल जाती है।
वहीं रियासी के डिप्टी कमिश्नर रविंदर कुमार का कहना था कि आग को बेकाबू होता देख भारतीय वायु सेना से मदद मांगी गई। “आज सुबह लगभग 6:30 बजे वायु सेना स्टेशन, उधमपुर से दो एमआई-17 हेलीकाप्टर आग पर काबू पाने के काम में जुट गए। उन्होंने सलाल बांध से पानी भरकर आग पर छिड़काव शुरू कर दिया। उनके साथ दमकल विभाग व श्राइन बोर्ड फायरमैन के करीब 200 कर्मचारी सहयोग कर रहे थे।
डिप्टी कमिश्नर रविंदर कुमार ने कहा कि वायु सेना के दोनों हेलीकाप्टर लगातार उड़ रहे हैं और आग बुझाने के लिए पानी उठा रहे हैं। वायु सेना की मदद से हम आग पर समय रहते काबू पाने में सफल रहे। कुछ दूरदराज के इलाकों को छोड़कर, त्रिकुटा पहाड़ियों में अधिकांश जंगल की आग पर काबू पा लिया गया है। उन्होंने कहा कि जंगल में लगी आग से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है और यात्रा भी सुचारू रूप से जारी है।