» उत्तर प्रदेश » कानपुर
President Kanpur Visit: परौंख में जमीनी जुड़ाव की झलक संग देखने को मिलेगा पुरानी यादों का संगम
Go Back | Yugvarta , Jun 25, 2021 04:01 PM
0 Comments


0 times    0 times   

News Image Kanpur :  राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द पद संभालने के बाद कई बार कानपुर आए, लेकिन कानपुर देहात स्थित अपने पैतृक गांव परौंख पहली बार आ रहे हैं। मौका खास है तो इंतजाम भी खास ही हैं, और हों भी क्यों न, जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी अर्थात मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर बताई गई है। शायद यही वजह है कि 18 साल बाद प्रेसिडेंशियल ट्रेन फिर किसी राष्ट्रपति को लेकर अपने सफर पर निकल रही है। राष्ट्रपति की भाभी उनकी सेहत को लेकर फिक्रमंद हैं तो मित्र पुरानी स्मृतियां जीवंत करने को बेताब हैं। पैतृक जिले के गांव-कस्बों से जमीनी जुड़ाव, स्मृतियों में

President Kanpur Visit राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के पैतृक गांव पराैंख को सजाया जा रहा है। 25 जून को झींझक रेलवे स्टेशन पर राष्ट्रपति की भाभी विद्यावती भाई भतीजी समेत उनसे मिलने वाले लोग स्मृतियों में खोए हैं। भाभी विद्यावती कहती हैं सबसे पहले उनके स्वास्थ्य का हालचाल लेंगी।

खोये लोग और ताजा होती पुरानी यादें दिखने लगी हैं। 25 जून की शाम से 27 जून तक कदम-कदम पर अभी और दिखाई पड़ेंगी। इसका अहसास होने लगा है। 27 को तो राम-शबरी, कृष्ण-सुदामा जैसे मिलन प्रसंग आम होते नजर आने ही हैं।

पैतृक गांव के लोग उत्साहित: परौंख को सजाया जा रहा है, काफी कुछ सजाया जा चुका है। 25 जून को झींझक रेलवे स्टेशन पर राष्ट्रपति की भाभी विद्यावती, भाई प्यारे लाल कोविन्द, भतीजी अंजली समेत उनसे मिलने वाले सभी लोग स्मृतियों में खोए हैं। भाभी विद्यावती उनके सफल कार्यक्रम के लिए घर पर पूजा-पाठ के साथ ही सुंदर कांड का पाठ करा चुकी हैं। वो कहती हैं सबसे पहले उनके स्वास्थ्य का हालचाल लेंगी। वहीं, राष्ट्रपति से मिलने की ललक संजोए लोगों में हर कोई अप्रतिम भेंट देने को उत्सुक है। हालांकि, राष्ट्रपति के साथ के अफसर ही यह भेंट, उपहार या पत्र लेंगे।

सेहत को लेकर फिक्रमंद ग्रामीण: झींझक में व्यापारी नेता श्याम मोहन दुबे, नगर पालिका के सभासद कृष्ण कुमार ग्रामीणों के सेहत को लेकर फिक्रमंद हैं। वह 100 बेड का अस्पताल मांगेंगे। झलकारी बाई इंटर कालेज के प्रधानाचार्य विमल अग्निहोत्री, हरकिशोर वर्मा, डा सुरेश द्विवेदी व अनमोल गुप्ता से लेकर अन्य इन पलों को जीवंत करने के प्रयासों को अंतिम रूप दे रहे हैं।

रूरा से है राष्ट्रपति का खास लगाव: रूरा से राष्ट्रपति का खास लगाव रहा है। यहां राज्यसभा सदस्य रहते हुए उन्होंने तमाम विकास कार्य कराए हैं, जिससे लोग उनके मुरीद हैं। इसी तरह कानपुर और आसपास के जिलों के लिए भी राष्ट्रपति बहुत कुछ कर चुके हैं, जिससे लोगों का सीधा जुड़ाव है। हर क्षेत्र के लोग उनसे मिलने वाले हैं। इनमें कानपुर देहात के तमाम ऐसे लोग हैं, जो जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ रखते हैं।

क्या कहते हैं करीबी:

-छात्र जीवन के साथी सतीश मिश्र कहते हैं, वो किसी भी पद पर रहे हों पर भूले नहीं। हमेशा हालचाल लेते हैं। अबकी बार भी उन्होंने घर आने की जानकारी दी है। उनके साथ के पल हमेशा के लिए सहेजेंगे।
-व्यापारी राजेश गुप्ता बताते हैं कि पुखरायां राष्ट्रपति की कर्मस्थली है, इसलिए वहां समय ज्यादा दे रहे हैं, लेकिन अपनों को नहीं भूले हैं। उन्होंने देहात के बाद बेटा व बेटी संग 26 जून को सर्किट हाउस कानपुर भी बुलाया है। वह मदरसा शिक्षक और कई छात्रों से भी मिलेंगे।
  Yugvarta
Previous News Next News
0 times    0 times   
(1) Photograph found Click here to view            | View News Gallery


Member Comments    



 
No Comments!

   
ADVERTISEMENT




Member Poll
कोई भी आंदोलन करने का सही तरीका ?
     आंदोलन जारी रखें जनता और पब्लिक को कोई परेशानी ना हो
     कानून के माध्यम से न्याय संगत
     ऐसा धरना प्रदर्शन जिससे कानून व्यवस्था में समस्या ना हो
     शांतिपूर्ण सांकेतिक धरना
     अपनी मांग को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाना
 


 
 
Latest News
कांग्रेस प्रत्याशी ने नामांकन करने के बाद
उत्तराखंड के अलावा इन बड़े राज्यों में
अभिनेता सिद्धार्थ के साथ विवाह बंधन में
प्रबुद्ध सम्मेलन के जरिए क्लीन स्वीप का
प्रबुद्ध सम्मेलन में CM योगी बोले
लोकसभा चुनाव 2024 :'अबकी बार 400 पार'
 
 
Most Visited
भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी प्रमुख
(430 Views )
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संभल में किया
(419 Views )
Lok Sabha Election 2024: BJP
(330 Views )
गुरु रविदास जी महाराज के 647वें प्रकाश
(322 Views )
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी लाइव : यूपी मतलब
(263 Views )
Lok Sabha Elections / बज गया चुनाव
(236 Views )