» राज्य » उत्तर प्रदेश
UP में क्षेत्रीय दल भी सॉफ्ट हिंदुत्व की शरण में, लक्ष्य BJP को हराना
Go Back | Yugvarta , Aug 01, 2021 08:55 PM
0 Comments


0 times    0 times   

News Image Lucknow : 
उत्तर प्रदेश में अगले साल आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को रिझाने के लिए नई बिसात बिछनी शुरू हो चुकी है. भारतीय जनता पार्टी जहां अपने हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को गुरु पूर्णिमा जैसे अवसरों पर साधु-संतों से आशीर्वाद लेने का निर्देश दे अपना चुनावी अभियान शुरू कर चुकी है. वहीं बसपा और सपा जैसे क्षेत्रीय दल भी बीजेपी को टक्कर देने के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व की गोटियां बिछा चुके हैं. दोनों ही पार्टियों के केंद्र में हैं ब्राह्मण मतदाता, जिसे रिझाने के लिए बीएसपी के दिग्गज नेता सतीश मिश्रा अयोध्या में प्रबुद्ध वर्ग गोष्ठी कर जयश्री राम का उद्घोष कर चुके हैं, तो सपा के अखिलेश यादव ने पार्टी के पांच ब्राह्मण नेताओं संग नर्म हिंदुत्व की राह पर कदम बढ़ा दिए हैं. इसके तहत सत्ता में आने पर भगवान परशुराम की प्रतिमा समेत भगवान विष्णु की प्रतिमाओं का वादा किया गया है.

सपा-बसपा के इन कदमों से साफ है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी को टक्कर देने के लिए नये समीकरण गढ़े जा रहे हैं. गौरतलब है कि बीजेपी इन समीकरणों के बलबूते सवर्ण मतदाताओं समेत गैर जाटव दलित और गैर यादव ओबीसी वोटबैंक को अपने पाले में करने में सफल रही है. अब सपा-बसपा भी नर्म हिंदुत्व की आड़ में नयी बिसात बिछा रहे हैं. इसमें सबसे ज्यादा चकित करने वाला रवैया बीएसपी का रहा है, जो ब्राह्मण समेत अन्य सवर्ण मतदाताओं को लुभाने के लिए ताना-बाना बुन चुकी है. इसकी शुरुआत बीएसपी ने अयोध्या में प्रबुद्ध वर्ग गोष्ठी से की, जहां भगवान राम के नाम का उद्घोष हुआ. अब अगले चरण में बीएसपी भगवान कृष्ण और फिर भगवान विश्वनाथ के नाम की माला जपने जा रही है.


बीएसपी का सत्ता में आने पर तेजी से राम मंदिर निर्माण का वादा
राजनीतिक पंडितों को बीएसपी के इस सियासी रवैये से ज्यादा अचंभा सतीश मिश्रा के वादे पर हुआ. गौरतलब है कि अयोध्या में सतीश मिश्रा ने न सिर्फ जयश्री राम का उद्घोष किया, बल्कि यह वादा भी किया कि सत्ता में आने पर राम मंदिर का निर्माण तेजी से कराया जाएगा. इस पर उनका कहना था कि ब्राह्मण होने के नाते वह बचपन से मंदिरों में पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं. इसके साथ ही उनकी पार्टी में भी धार्मिक विश्वास को लेकर कहीं कोई रोक-टोक नहीं है. अयोध्या के बाद सतीश मिश्रा का अगला पड़ाव मथुरा-वृंदावन है, जहां से कृष्ण भक्तों को रिझाने के प्रयास होंगे.
  Yugvarta
Previous News Next News
0 times    0 times   
(1) Photograph found Click here to view            | View News Gallery


Member Comments    



 
No Comments!

   
ADVERTISEMENT




Member Poll
कोई भी आंदोलन करने का सही तरीका ?
     आंदोलन जारी रखें जनता और पब्लिक को कोई परेशानी ना हो
     कानून के माध्यम से न्याय संगत
     ऐसा धरना प्रदर्शन जिससे कानून व्यवस्था में समस्या ना हो
     शांतिपूर्ण सांकेतिक धरना
     अपनी मांग को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाना
 


 
 
Latest News
जेवर मां- बहनों की अमानत, कांग्रेस उसे
कल है द्वितीय चरण का मतदान 8
"कांग्रेस का मंत्र है - कांग्रेस की
देहरादून: राष्ट्रपति मुर्मु ने इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय
श्रीलंका में रामायण से जुड़े स्थलों को
अब Credit Card जारी नहीं कर सकेगा
 
 
Most Visited
भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी प्रमुख
(471 Views )
ऋषिकेश रैली में अचानक बोलते हुए रुक
(460 Views )
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संभल में किया
(452 Views )
राम नवमी में श्री रामलला का जन्मोत्सव
(438 Views )
MI vs RCB / आरसीबी के खिलाफ
(409 Views )
Lok Sabha Elections / अभी थोड़ी देर
(372 Views )