होली खेलने से पहले अस्थमा के मरीज बरतें ये सावधानी, नहीं रहेगा अटैक पड़ने का खतरा
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Yugvarta
, Mar 29, 2021 10:52 PM 0 Comments
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Delhi : होली के दिन सभी लोकर जमकर रंग खेलते हैं। लेकिन कई बार यही रंग आपके लिए परेशानी का सबब भी बन जाते हैं। सुनने में भले ही ये थोड़ा अजीब लगे। पर ये बात सच है कि रंग आपके शरीर, त्वचा और बालों पर गहरा असर छोड़ जाते हैं। इसके अलावा रंगों में मौजूद हानिकारक तत्वों से स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। अस्थमा फेफड़ों की ऐसी बीमारी होती है जिसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है। होली के रंग अगर अनजाने में अस्थमा से पीड़ित किसी मरीज के मुंह में चले जाएं, तो उसे अस्थमा अटैक
अस्थमा फेफड़ों की ऐसी बीमारी होती है जिसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है। होली के रंग अगर अनजाने में अस्थमा से पीड़ित किसी मरीज के मुंह में चले जाएं, तो उसे अस्थमा अटैक आ सकता है।
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इसके अलावा होली के एक दिन पहले होलिका दहन से सांस के मरीजों में खतरा और बढ़ जाता है। दरअसल, आसपास के समुदाय और समाज के लोग अलाव जलाने एक साथ जुटते हैं। इससे बहुत सारा धुआं और हवा में राख उड़ती है, ये छोटे-छोटे धुएं के कण फेफड़ों में जाकर मरीज का सांस लेना मुश्किल कर देते हैं। इसी वजह है कि रंग खेलते समय अस्थमा के मरीजों को सावधान रहने की जरूरत होती है। आज हम आपको बताएंगे 7 बातें जिन्हें ध्यान में रखकर अस्थमा के मरीज भी होली को हैप्पी और सेफ बना सकते हैं।